By अभिनय आकाश | Feb 18, 2021
पुडुचेरी में चुनाव को चुछ ही महीने का समय शेष रह गया है लेकिन इससे पहले ही तेजी से बदलते समीकरणों ने इस केंद्र शासित प्रदेश की सियासत को सुर्खियों में ला दिया है। उपराज्यपाल किरण बेदी को हटाए जाने के बाद तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सौंदर्यराजन को पुडुचेरी का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। पद संभालते ही उपराज्यपाल ने फ्लोर टेस्ट के आदेश दिए। एलजी ने नारायणसामी सरकार को 22 फरवरी को शाम 5 बजे तक विधानसभा में बहुमत साबित करने को कहा है। बता दें कि पिछले एक महीने में सत्ताधारी कांग्रेस के 4 विधायकों के इस्तीफे और एक के अयोग्य ठहराए जाने से सरकार संकट में आ गई है।
विधानसभा चुनाव से पहले ही केंद्र शासित प्रदेश अनिश्चितता के माहौल से गुजरने लगा। कांग्रेस के चार विधायकों के इस्तीफे के बाद सूबे की सरकार अल्पमत में आ गई। जिसके बाद विपक्षी दलों ने इस संबंध में उपराज्यपाल कार्यालय से शिकायत करते हुए फ्लोर टेस्ट की मांग की थी। अब उपराज्यपाल ने सीएम वी नारायणसामी को 22 फरवरी तक अपना बहुमत साबित करने को कहा है।
पुडुचेरी में सीटों का गणित
साल 2016 के विधानसभा चुनाव में राज्य की 30 सीटों में कांग्रेस ने 15 सीटें जीती थीं वहीं डीएमके को तीन और एक निर्दलीय के सहारे राज्य में नारायणसामी की सरकार बनी थी। वहीं एआईएनआरसी को सात सीटों पर जीत मिली थी और एआईएडीएमके के चार सीटों पर सफलता मिली थी। बीजेपी के तीन मनोनीत विधायक हैं। लेकिन एक विधायक को पार्टी विरोधी गतिविधियों की वजह से निकाले जाने के बाद चार विधायकों के इस्तीफे से कांग्रेस डीएमके सरकार के पास 14 विधायकों का आंकड़ा रह गया है जो बहुमत के आंकड़े से कम है। वहीं कांग्रेस विधायकों की संख्या अब 10 रह गई है।