मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट को केंद्र सरकार ने हरी झंडी दे दी है ।अब कानपुर में मेगा लेदर पार्क की स्थापना का रास्ता साफ हो गया है। कानपुर के रमईपुर में प्रस्तावित मेगा लेदर पार्क को पिछले दिनों वाणिज्य मंत्रालय की सहमति मिल गई है ।
सरकार का दावा है कि इस परियोजना से यहां विकास के साथ स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा। इसके लिए कानपुर के रमईपुर गांव में 235 एकड़ भूमि को अधिकृत किया गया है ।यह 451 करोड़ की लागत से तैयार होगा। करीब 50000 लोगों को प्रत्यक्ष रुप से यह प्रोजेक्ट रोजगार देगा ।जबकि डेढ़ लाख लोग परोक्ष रूप से रोजगार पाएंगे ।
अभी के संदर्भ में देश मैं चमड़े की स्थिति की बात करें तो अभी चमड़े के विभिन्न उत्पादों का चीन से आयात किया जाता है ।वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों की बात करें तो देश में लगभग $1000000000 मूल्य का चमड़ा चमड़ा उत्पादों का आयात पिछले साल किया गया था ।अभी देश में लगभग 30 से 40 फ़ीसदी समान चीन से आयात किया जाता है ।
मीडिया के द्वारा उठाए गए इस कदम से चमड़े के उत्पादों का आयात कम करने के साथ-साथ निर्यात को भी बल मिलेगा। इसके तहत प्रतिवर्ष 2 से 3 हजार करोड़ के उत्पाद निर्यात होंगे, साथ ही चमड़े संबंधी सारी इकाइयों के एक जगह होने से प्रदूषण के सतर में भी कमी आएगी।
इससे कानपुर को उसके उक्ष औद्योगिक शहर के रूप में खोई पहचान भी वापस मिल पाएगी। कभी पूरब का मैनचेस्टर कहा जाने वाला कानपुर शहर फिर विश्व के मानचित्र पर औद्योगिक शहर के रूप में मजबूत स्थिति दर्ज कराएगा।