By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 08, 2022
पटना। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों को मंगलवार को खारिज किया और कहा कि वह पार्टी के प्रमुख बने रहेंगे। उन्होंने स्पष्ट संकेत दिया कि 25 साल पहले उन्होंने जिस पार्टी की स्थापना की थी, उस पर अपनी पकड़ ढीली करने की उनकी कोई योजना नहीं है। उनके कमजोर स्वास्थ्य, बुढ़ापे और कानूनी मुद्दों को लेकर नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें लगाई जा रही थीं। दो महीने से अधिक समय बाद यहां अपने घरेलू मैदान पर पहुंचे प्रसाद ने दिल्ली से उड़ान में सवार होने से पहले अपने विचार साझा किए।
मीडिया के एक वर्ग में उन खबरों के बारे में पटना में पूछे जाने पर कि वह पार्टी के शीर्ष पद को छोटे बेटे और उत्तराधिकारी तेजस्वी यादव को बना सकते हैं, उन्होंने कहा, ‘‘ये सब अटकलें गलत है।’’ अपने यात्रा कार्यक्रम का विवरण साझा करते हुए, राजद प्रमुख ने कहा, ‘‘हमारी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी 10 फरवरी को निर्धारित है, जिसमें मैं भाग लूंगा। 15 तारीख को मैं रांची जाऊंगा, सीबीआई अदालत के सामने पेश होकर वापस लौटूंगा।’’ प्रसाद चारा घोटाले से जुड़े मामलों में दोषी करार दिए गए हैं। रांची की सीबीआई अदालत 15 फरवरी को डोरंडा कोषागार मामले में अपना फैसला सुनाएगी। अगर उन्हें दोषी ठहराया जाता है, तोबिहार के पूर्व मुख्यमंत्री को फिर से जेल हो सकती है। उन्हें एक साल से भी कम समय पहले जमानत पर रिहा किया गया था।
राजद प्रमुख ने राज्य के लिए विशेष दर्जे जैसे मुद्दों पर बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के भीतर चल रही अंदरूनी कलह पर प्रकाश डालने की कोशिश की, लेकिन इस बात पर जोर दिया कि यह मांग पहली बार तब उठाई गई थी जब उनकी पार्टी सत्ता में थी। प्रसाद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राजद छोड़ने और 2017 में राजग में वापसी के अप्रत्यक्ष संदर्भ में कहा, ‘‘इसमें कोई संदेह नहीं है कि नीतीश को सत्ता के लिए किसी के साथ गठबंधन करने में कोई दिक्कत नहीं है।’’ पटना पहुंचने पर पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया। हालांकि, प्रसाद ने हवाई अड्डे पर घंटों इंतजार कर रहे स्थानीय पत्रकारों से कोई बात नहीं की।