By अंकित सिंह | Dec 26, 2024
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के अभ्यर्थियों को तितर-बितर करने के लिए बिहार पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करने के एक दिन बाद, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने गुरुवार को कहा कि पुलिस को लाठीचार्ज नहीं करना चाहिए था और यह गलत था। लालू ने कहा कि ऐसा नहीं करना चाहिए था। गलत बात है। परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर बीपीएससी अभ्यर्थी बुधवार को पटना में आयोग के कार्यालय का 'घेराव' करने के लिए एकत्र हुए।
हालाँकि, पुलिस विभाग के अधिकारियों ने एक स्पष्टीकरण जारी किया, जिसमें दावा किया गया कि उन्होंने 'हल्के बल' का प्रयोग किया और विरोध करने वाले अभ्यर्थियों को किसी भी तरह की चोट लगने से इनकार किया। अधिकारियों ने दावा किया कि कोचिंग शिक्षक अभ्यर्थियों को विरोध के लिए उकसा रहे थे। वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज को लेकर बृहस्पतिवार को राज्य सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा तथा आरोप लगाया कि भाजपा को सिर्फ अपनी कुर्सी बचाना है।
प्रियंका गांधी ने अपने व्हाट्सएप चैनल पर पोस्ट किया, हाथ जोड़ रहे युवाओं पर इस तरह लाठी चलाना क्रूरता की पराकाष्ठा है। भाजपा राज में रोजगार मांगने वाले युवाओं को लाठियों से पीटा जाता है। उत्तर प्रदेश हो, बिहार हो या मध्य प्रदेश, युवा अगर अपनी आवाज उठाते हैं तो उन्हें बर्बरता से पीटा जाता है। उन्होंने कहा कि दुनिया के सबसे युवा देश के नौजवानों का भविष्य क्या होगा, यह सोचना और उनके लिए नीतियां बनाना सरकारों का काम है। प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया, भाजपा के पास सिर्फ कुर्सी बचाने का दृष्टिकोण है। जो मांगेगा रोजगार, उस पर होगा अत्याचार।
बीपीएससी की ओर से 13 दिसंबर को आयोजित संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा (पीएससी) के प्रश्नपत्र लीक होने का दावा करने वाले अभ्यर्थियों ने परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर बुधवार को पटना में विरोध-प्रदर्शन किया, जिस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया। पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) राजीव मिश्रा ने बताया था कि पुलिसकर्मियों को प्रदर्शनकारियों पर उस समय लाठीचार्ज करना पड़ा, जब उनमें से कुछ बैरिकेड तोड़कर बीपीएससी कार्यालय तक पहुंच गए और यातायात बाधित किया।