By अंकित सिंह | Aug 08, 2022
भाजपा और जदयू के बीच लगातार टकराव की खबरें हैं। इन सबके बीच जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने एक बार फिर से आरसीपी सिंह के बहाने भाजपा पर निशाना साधा है। ललन सिंह ने कहा कि जदयू से कौन मंत्री होगा, यह भाजपा तय करेगी? उन्होंने साफ तौर पर कहा कि आरसीपी सिंह अपनी मर्जी से केंद्र में मंत्री बने थे। यह बात खुद आरसीपी सिंह ने स्वीकार की है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जब आरसीपी सिंह की भाजपा से बात बन गई थी तब उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इसकी सूचना दी। नीतीश कुमार ने कहा कि जब तक कुछ तय हो गया है तो आप मंत्री बन जाइए। इस दौरान उन्होंने केंद्रीय मंत्री अमित शाह का भी नाम लिया। उन्होंने कहा कि आरसीपी सिंह ने खुद ही बताया था कि अमित शाह से उनको ही केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने को लेकर सहमति बन गई थी।
इसके साथ ही उन्होंने आरसीपी सिंह और नीतीश कुमार के नजदीकी पर भी जवाब दिया जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि 1998 से नीतीश कुमार के आरसीपी सिंह सेक्रेटरी थे। रेल मंत्री रहते हुए उनको दो दर्जन से ज्यादा कर्मचारी मिले हुए थे। आरसीपी सिंह पहले जदयू के नेता नहीं थे। 2010 में वह जदयू के नेता हुए 2009 में आरपी सिंह ने नीतीश कुमार से लोकसभा का टिकट मांगा था। लेकिन इंकार कर दिया गया था। बाद में 2010 में उन्हें राज्यसभा भेजा गया। इसके साथ ही जदयू द्वारा विधायक दल की बैठक बुलाए जाने को लेकर भी उन्होंने जवाब दिया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि भाजपा के साथ हमारे रिश्ते सही है।
मंगलवार का दिन बेहद अहम
मंगलवार को बिहार की राजनीति के लिए काफी अहम दिन बताया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि मंगलवार को नीतीश कुमार ने विधायकों और सांसदों की बैठक बुलाई है। चर्चा तो यह भी है कि आरजेडी की भी मंगलवार को एक बड़ी बैठक हो रही है जिसमें पार्टी के विधायक शामिल होंगे। कांग्रेस भी अब इसको लेकर हरकत में आ गई है। कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास पटना पहुंचने वाले हैं। खबर के मुताबिक पटना में भक्त चरण दास पार्टी के विधायकों से चर्चा करेंगे। कुल मिलाकर देखें तो बिहार में राजनीतिक हालात बहुत तेजी से बदल रहे हैं। बीजेपी फिलहाल सभी को खामोशी से देखती नजर आ रही है। बीजेपी की तरफ से ऐसा कोई बयान भी नहीं आ रहा है जिससे लगे कि गठबंधन में वाकई कोई दरार है।