By अंकित सिंह | Jul 19, 2023
2024 लोकसभा चुनाव को लेकर बैठकों का दौर जारी है। मंगलवार को विपक्षी एकता तो वही एनडीए की भी बड़ी बैठक हुई। इस बैठक के बाद राजनीतिक वार-पलटवार का दौर जारी है। इन सबके बीच खबर आई थी विपक्षी एकता की बैठक के बाद बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू नेता नीतीश कुमार नाराज हैं। भाजपा यह दावा कर रही है कि नीतीश कुमार गठबंधन का नाम इंडिया रखे जाने पर सहमत नहीं थे। इसके अलावा खबर यह भी निकल कर आई थी कि नीतीश कुमार बैठक में संयोजक के अनाउंसमेंट का इंतजार कर रहे थे। लेकिन ऐसा नहीं हो सका। अब नीतीश कुमार की पार्टी की ओर से इस पर प्रतिक्रिया आई है।
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने नीतीश की नाराजगी की खबर को तौर पर खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार गठबंधन के सूत्रधार हैं और वह कभी नाराज नहीं हो सकते। इसके साथ ही उन्होंने मीडिया पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कभी राजद और जदयू के विलय का दुष्प्रचार फैलाया जाता है तो तभी राजद और जदयू के बीच टकराव की खबर फैलाई जाती है। गोदी मीडिया लगातार दुष्प्रचार करती है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार वह व्यक्ति हैं जो विपक्ष को एक साथ लाए हैं और जो व्यक्ति सभी को एक साथ लाता है वह कभी नाराज नहीं हो सकता। एनडीए की बैठक पर उन्होंने कहा कि मैं पांच साल तक एनडीए का हिस्सा था और आज तक पीएम मोदी ने कभी एनडीए के साथ बैठक नहीं बुलाई। अब उन्होंने बैठक क्यों बुलाई?... वे 2024 के चुनाव में हार जाएंगे।
भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने अपने बयान में कहा कि भारत का मतलब है यहां की संस्कृति, सभ्यता, यहां के गरीब व गांव में रहने वाले लोग। उन्होंने कहा कि पश्चिमी संस्कृति का अनुसरण करने वाले कुछ लोग इंडिया का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। यह लड़ाई वर्षों से चली आ रही है, भारत की ही जीत होगी क्योंकि NDA भारत का प्रतिनिधित्व करता है। इसके साथ ही उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नीतीश को लगा था कि उन्हें संजोयक या विपक्ष का चेहरा घोषित किया जाएगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं इसलिए वे चले गए। वे चार्टर प्लेन से आए थे अगर 2 घंटे बाद भी निकलते तो कुछ नहीं होता। उन्हें वहां शायद वह सम्मान नहीं मिला जिसकी वे उम्मीद कर रहे थे जिसके चलते वे और लालू यादव वहां से निकल गए।