By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 25, 2018
चेन्नई। लक्ष्मी विलास बैंक को चालू वित्त वर्ष की 30 सितंबर को समाप्त दूसरी तिमाही में 132.31 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है। डूबे कर्ज के बढ़ने की वजह से बैंक को नुकसान हुआ। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में उसे 10.50 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था। बैंक ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि समीक्षाधीन अवधि में उसकी आय गिरकर 800.50 रुपये रह गयी, जो कि 2017-18 की सितंबर तिमाही में 902.76 रुपये थी। बैंक की सकल गैर निष्पादित अस्तियां (एनपीए) या डूबा कर्ज दूसरी तिमाही में बढ़कर सकल ऋण का 12.31 प्रतिशत हो गयी।
एक साल पहले की समान तिमाही में उसका एनपीए 5.50 प्रतिशत था। इस दौरान, शुद्ध एनपीए 4.33 प्रतिशत से बढ़कर 6.88 प्रतिशत हो गया। मूल्य के हिसाब से सकल एनपीए चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में बढ़कर 2,964.89 करोड़ रुपये पर पहुंच गयी। एक साल पहले समान अवधि में यह आंकड़ा 1,277.66 करोड़ रुपये थी। शुद्ध एनपीए 993.23 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,560.08 करोड़ रुपये हो गया। तिमाही के दौरान बैंक का डूबे कर्ज और अन्य आकस्मिक खर्चों के लिए प्रावधान बढ़कर 204.87 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 187.38 करोड़ रुपये था।