By रितिका कमठान | Feb 01, 2024
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक फरवरी 2024 को अंतरिम बजट को पेश कर दिया है। बजट पेश करने के दौरान उन्होंने केंद्र सरकार की बीते 10 वर्षों की उपलब्धियों को गिनाया है। इस दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने महिलाओं को लेकर बेहद अहम घोषणा की है। उन्होंने कहा कि देश में 3 करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाया जाएगा।
बता दें कि 15 अगस्त, 2023 को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से लखपति दीदी योजना शुरू करने की घोषणा की थी। योजना की शुरुआत में तय किया गया था कि देशभर में कुल दो करोड़ लखपति दीदी बनाई जाएंगी। वहीं अब इस संख्या को इजाफा कर दिया है, जिसके तहत अब देशभर में तीन करोड़ लखपति दीदी बनाए जाने का फैसला किया गया है।
बता दें कि ‘लखपति दीदी’ योजना का उद्देश्य स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) में महिलाओं को प्रशिक्षण देना है ताकि वे प्रति वर्ष कम से कम एक लाख रुपये की स्थायी आय अर्जित कर सकें। संसद में अंतरिम बजट 2024-25 पेश करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि नौ करोड़ महिलाओं वाले 83 लाख स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता के साथ ग्रामीण सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य को बदल रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘नौ करोड़ महिलाओं के साथ 83 लाख एसएचजी सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता के साथ ग्रामीण सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य को बदल रहे हैं। उनकी सफलता ने पहले ही लगभग एक करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनने में मदद की है। वे दूसरों के लिए प्रेरणा हैं।’’ सीतारमण ने कहा, ‘‘उन्हें सम्मानित करके उनकी उपलब्धियों को मान्यता दी जाएगी। सफलता से उत्साहित होकर, लखपति दीदी के लक्ष्य को दो करोड़ से बढ़ाकर अब तीन करोड़ करने का निर्णय लिया गया है।
जानें योजना के बारे में
बता दें कि लखपति दीदी योजना मूल रूप से गरीब और आर्थिक रूप से पिछड़ी महिलाओं के लिए है। योजना के जरिए गरीबी उन्मूलन और आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है। ये योजना महिलाओं को स्किल ट्रेनिंग देगी। इस स्किल ट्रेनिंग की बदौलत महिलाएं सालाना एक लाख रुपये कमाई कर सकेंगी। इस योजना में महिला स्वयं सहायता समूहों को ड्रोन उपलब्ध कराकर उन्हें इसका संचालन करने और इसे ठीक करने की ट्रेनिंग दी जाएगी।
बता दें कि केंद्र सरकार ने नवंबर 2023 को हुई कैबिनेट बैठक में लखपति दीदी योजना के लिए 1261करोड़ रुपये खर्च किए थे। इसमें 15 हजार महिला एसएचजी को ड्रोन दिए जाने का निर्णय हुआ था। बैठक में आगामी वर्षों में महिलाओं को 14,500 ड्रोन दिए जाने का फैसला हुआ था। जानकारी के अनुसार वित्त वर्ष 2023-24 में मार्च तक खाद कंपनियां 500 ड्रोन उपलब्ध कराएंगी। ड्रोन का उपयोग कर खेती के काम में उपयोग किया जाएगा। इसका उपयोग कीटनाशक और खाद का छिड़काव करने के लिए किया जाएगा। महिलाएं इन ड्रोन को किसानों को किराए पर दे सकेंगी, जिसने उन्हें आमदी होगी। बता दें कि स्वंय सहायता समूहों से संबंधित महिलाओं को 15 दिनों की ट्रेनिंग दी जाएगी।