By रेनू तिवारी | Sep 09, 2024
कोटा के एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल को शुक्रवार रात को गिरफ्तार किया गया। प्रिंसिपल पर आरोप है कि उन्होंने स्कूल कमेटी के सोशल मीडिया ग्रुप से गणेश चतुर्थी उत्सव से जुड़ी कुछ पोस्ट डिलीट कर दी। मामले से जुड़े अधिकारियों ने यह जानकारी दी। कोटा के बपावर कला के स्टेशन हाउस ऑफिसर उत्तम सिंह ने बताया कि प्रिंसिपल अल्पसंख्यक समुदाय से ताल्लुक रखते हैं।
शुक्रवार को उन्होंने ब्लॉक स्कूल डेवलपमेंट कमेटी के वॉट्सऐप ग्रुप से दो पोस्ट डिलीट कर दी। इससे हिंदू समुदाय के कुछ शिक्षकों समेत अन्य सदस्य भड़क गए। उन्होंने स्कूल के सामने धरना देना शुरू कर दिया। हमने प्रिंसिपल को सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने के आरोप में रात में ही गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक, कई स्कूलों में प्रिंसिपल, स्कूल टीचर, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, कुछ अभिभावक और अन्य अधिकारियों वाली एक डेवलपमेंट कमेटी होती है। “कई बार कमेटी जरूरी फैसलों पर चर्चा करने के लिए वॉट्सऐप ग्रुप भी बनाती है। गणेश चतुर्थी के मौके पर शुक्रवार सुबह उस ग्रुप में सदस्य एक-दूसरे को शुभकामनाएं देते हुए पोस्ट शेयर कर रहे थे। हालांकि, प्रिंसिपल मुहम्मद शफीक ने एक पोस्ट को हटा दिया, जिसे सदस्यों ने मुख्य रूप से अनदेखा कर दिया था। लगभग दो घंटे बाद एक और पोस्ट के साथ यही कार्रवाई दोहराई गई। एसएचओ ने कहा जब सदस्य नाराज हो गए और प्रिंसिपल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। तनाव तब बढ़ गया जब बड़ी संख्या में ग्रामीण और स्थानीय हिंदू संगठनों के कुछ लोग स्कूल के सामने पहुंचे और शिक्षक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया।
एसएचओ ने कहा पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए एक अतिरिक्त बल तैनात किया, जबकि कुछ व्हाट्सएप ग्रुप के सदस्यों और अन्य ग्रामीणों ने प्रिंसिपल के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई। बीएनएस की धारा 196 (सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ना) के तहत मामला दर्ज किया गया था। हमने देर रात प्रिंसिपल को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने कहा कि यह कदम गलती से हुआ जो थोड़ा असामान्य लगता है क्योंकि उन्होंने दो घंटे के भीतर दो बार ऐसा किया। हम उनसे पूछताछ कर रहे हैं। आगे की जांच चल रही है। शनिवार सुबह तक इलाके में शांति बहाल हो गई।