बेंगलुरू। भारतीय कप्तान विराट कोहली और आस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीवन स्मिथ इंडियन प्रीमियर लीग दस में जब आपने सामने होंगे तो उनका एकमात्र लक्ष्य अपनी फ्रेंचाइजी टीमों क्रमश: रायल चैलेंजर्स बेंगलूर और राइजिंग पुणे सुपरजाइंट को जीत दिलाना होगा। इन दोनों फ्रेंचाइजी टीमों को अब तक के अपने चार मैचों में तीन में हार का सामना करना पड़ा है और वे अब जीत की लय हासिल करने के लिये बेताब हैं। कोहली ने चोट से उबरने के बाद अर्धशतक जड़ा जो आरसीबी के लिये अच्छे संकेत हैं लेकिन बाकी बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन के कारण इस कम स्कोर वाले मैच में उसे मुंबई इंडियन्स से हार झेलनी पड़ी थी। दूसरी तरफ से पुणे को गुजरात लायन्स के खिलाफ अच्छी शुरूआत के बावजूद हार का सामना करना पड़ा था। विश्व क्रिकेट के दो प्रमुख बल्लेबाज और हाल में समाप्त हुई टेस्ट श्रृंखला में अपने देशों की कमान संभालने वाले कोहली और स्मिथ अलग तरह के मुकाबले में एक दूसरे पर भारी पड़कर अपनी टीमों का भाग्य बदलने की कोशिश करेंगे। पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी भी आईपीएल दस में अभी तक अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाये और उन पर रन बनाने का दबाव है। आरसीबी को अपने दोनों मैच पुणे और गुजरात के खिलाफ खेलने हैं जो अब भी अपनी अंतिम एकादश को ठोस रूप देने के लिये जूझ रही हैं। इन दो मैचों में जीत से वह अंकतालिका में अपनी स्थिति में काफी सुधार कर सकता है। पुणे भी अपने मैदान पर सनराइजर्स हैदराबाद और फिर मुंबई में मुंबई इंडियन्स का सामना करने से पहले आरसीबी के खिलाफ दो अंक हासिल करना चाहेगा।
क्रिस गेल की फार्म आरसीबी के लिये चिंता का विषय है। गेल ने जो पिछली 11 पारियां खेली हैं उनमें वह अर्धशतक भी नहीं लगा पाये। चिन्नास्वामी का विकेट धीमा है और गेल को यह रास नहीं आ रहा है। गेल को यहां तक कि दूसरी बार बाहर बिठाया जा सकता है क्योंकि टीम प्रबंधन शेन वाटसन को अंतिम एकादश में शामिल कर सकता है। एबी डिविलियर्स ने भी चोट से उबरने के बाद 89 रन की पारी खेली थी और आरसीबी फिर से उनसे ऐसी बल्लेबाजी की उम्मीद कर रहा होगा। इनके अलावा केदार जाधव पर भी काफी जिम्मेदारी है जो अच्छी फार्म में चल रहे हैं। गेंदबाजी विभाग में सैमुअल बद्री के शानदार प्रदर्शन से उसे मजबूती मिली है। उनके अलावा युजवेंद्र चहल और पवन नेगी भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। पुणे भी बल्लेबाजी में स्मिथ पर निर्भर है जबकि बेन स्टोक्स और धोनी अब तक कमाल नहीं दिखा पाये हैं। गेंदबाजी में पिछले मैच में इमरान ताहिर के नहीं चल पाने के कारण टीम के समीकरण गड़बड़ा गये थे। ताहिर को यहां की धीमी पिच रास आ सकती है।