By Anoop Prajapati | Nov 28, 2024
आम आदमी पार्टी के पूर्व विधायक राजेंद्र पाल गौतम एक भारतीय राजनीतिज्ञ, दलित कार्यकर्ता, सामाजिक कार्यकर्ता और दिल्ली सरकार में जल, पर्यटन, संस्कृति, कला और भाषा तथा गुरुद्वारा चुनाव मंत्री रह चुके हैं । वे फिलहाल कांग्रेस के सदस्य और आम आदमी पार्टी के पूर्व सदस्य हैं। वे अब तक दिल्ली विधानसभा की सीमापुरी विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
राजेंद्र पाल गौतम का जन्म दिल्ली में हुआ था। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से एल.एल.बी. की डिग्री प्राप्त की है और पेशे से वकील हैं। वे एक अम्बेडकरवादी और बौद्ध कार्यकर्ता हैं। उन्होंने गरीब परिवारों के लगभग 450 बच्चों को पढ़ाया और युवाओं में नशे की लत को कम करने के लिए काम किया। उन्होंने दलितों के उत्थान और अधिकारों के लिए काम किया। उन्हें 2017 में समता सैनिक दल के डॉ अंबेडकर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। कांग्रेस नेता गौतम ने परिवर्तन नामक एक गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) संचालित किया और 2022 तक वह 'मिशन जय भीम' नामक संगठन चलाते हैं। गौतम मिशन जय भीम नामक संगठन के संस्थापक हैं।
राजनीतिक सफर पर एक नजर
साल 2014 में वे आम आदमी पार्टी के सदस्य बने। दिल्ली की छठी विधानसभा में विधायक के रूप में गौतम का कार्यकाल उनका पहला था। उन्होंने 2015 के चुनावों में भारतीय जनता पार्टी के करमवीर को 48,821 मतों के अंतर से हराया। वे 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में फिर से चुने गए। लगातार समाज सेवा और दलितों के अधिकार की लड़ाई लड़ने वाले राजेंद्र पाल गौतम वर्ष 2012 में हुए अन्ना आंदोलन से भी प्रभावित हुए। उन्हें सबसे ज्यादा प्रभावित किया अरविंद केजरीवाल ने।
यही वजह है कि वर्ष 2014 में अरविंद केजरीवाल की विचारधारा से प्रभावित होकर आम आदमी पार्टी में शामिल हुए। उनकी कर्मठता को देखते हुए वर्ष 2015 में राजेंद्र पाल गौतम ने अपने प्रतिद्वंद्वी को भारी मतों से पराजित करते हुए सीमापुरी विधानसभा से AAP विधायक बने। वर्ष 2015 में अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री के तौर पर समाज कल्याण मंत्रालय, अनुसूचित जाति/जनजाति मंत्रालय, रजिस्ट्रार आफ को-आपरेटिव सोसाइटीज व गुरुद्वारा इलेक्शन के प्रभार का जिम्मा दिया। 2020 में AAP की सरकार बनी तो राजेंद्र पाल गौतम दोबारा मंत्री बने।
नशा छुड़ाने का अभियान भी चला चुके हैं गौतम
राजेंद्र गौतम कई सालों से सामाजिक कार्यों में सक्रिय हैं। वकालत करने वाले राजेंद्र पाल बड़े बेबाक अंदाज में अपनी बात रखने के लिए जाने जाते हैं। राजेंद्र पाल गौतम ने गरीब परिवारों के तकरीबन 500 बच्चों को मुफ्त शिक्षा दिलाने का काम कर चुके हैं। इसके साथ वह युवाओं में नशे की लत छुड़ाने का काम भी शिद्दत से कर चुके हैं।
समाजसेवा के लिए मिला था डा. आंबेडकर रत्न अवार्ड
पूर्व विधायक राजेंद्र पाल गौतम ने बाबा साहेब आंबेडकर द्वारा स्थापित समता सैनिक दल के सैनिक बनकर पूरे देश में दलितों और पिछड़ों के अधिकारों की लड़ाई लड़ी, वह 1987 में ही समता सैनिक दल से जुड़े। उनके कार्यों के चलते वर्ष 2001 में समता सैनिक दल को दिल्ली सरकार ने डा. आंबेडकर रत्न अवार्ड प्रदान किया गया।
सालों तक जुड़े रहे समता सैनिक दल से
दलित समाज में गहरी पकड़ और जुझारू अंदाज को देखते हुए वर्ष 2002 में समता सैनिक दल के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव की जिम्मेदारी राजेंद्र पाल गौतम को दी गई। उन्होंने समता सैनिक दल के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव के तौर पर 8 साल तक सफलतापूर्वक अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया। दलितों के लिए किए गए संघर्ष के चलते राष्ट्रपति की ओर से वर्ष 2017 में समता सैनिक दल को डा. अम्बेडकर रत्न अवार्ड से सम्मानित किया गया।