By अनन्या मिश्रा | Mar 08, 2023
हिंदू धर्म में भगवान श्री कृष्ण का एक अहम स्थान है। हर घर में भगवान श्री कृष्ण की पूजा की जाती है। किसी के घर में इन्हें कान्हाजी के रूप में तो किसी के घर में लड्डू गोपाल के रूप में पूजा जाता है। आपको बता दें कि भगवान कृष्ण के बाल रूप को लड्डू गोपाल कहा जाता है। उनकी ठीक वैसे ही सेवा किया जाती है, जैसे किसी नवजात बच्चे की देखभाल की जाती है। ऐसे में अगर आपके घर में लड्डू गोपाल हैं तो उनके पूजा और सेवा करने के लिए कुछ विशेष नियमों का पालन किया जाता है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको उन नियमों के बारे में बकताने जा रहे हैं।
इन नियमों का रखें विशेष ध्यान
सबसे पहले तो इस बात ध्यान रखना चाहिए कि जिस दिन से घर में लड्डू गोपाल का प्रवेश हो जाता है, उस दिन से वह घर सिर्फ आपका ही नहीं बल्कि लड्डू गोपाल का हो जाता है। इसलिए मन में ऐसा भाव कभी नहीं लाना चाहिए कि वह घर सिर्फ आपका है।
घर के अन्य सदस्यों की तरह ही लड्डू गोपाल भी आपके परिवार के सदस्य हैं। इसलिए लड्डू गोपाल का परिवार के सम्मानित सदस्यों की तरह ध्यान रखना चाहिए। जैसे परिवार के लोगों की आवश्यकताएं होती हैं। उसी तरह से लड्डू गोपाल की भी सभी चीजों का ख्याल रखना चाहिए।
लड्डू गोपालजी सिर्फ आपके प्रेम और भाव की जरूरत होती है। ऐसे में अगर आप तमाम तामझाम नहीं भी करते हैं तो इसमें कोई परेशानी वाली बात नहीं है। आप उनको अपना जितना प्रेम भाव अर्पित करेंगे, वह उतने ही आपके होते जाएंगे।
लड्डू गोपाल को प्रतिदिन स्नान जरूर कराना चाहिए। इसके लिए मौसम के हिसाब से पानी होना चाहिए। यदि सर्दी का मौसम है तो गर्म पानी और गर्मी के मौसम में ठंडे पानी से स्नान कराना चाहिए। स्नान के बाद उन्हें स्वच्छ कपड़े पहनाने चाहिए।
इसके बाद लड्डू गोपाल को भोजन कराना चाहिए। बता दें कि जिस तरह से आपको सुबह का नाश्ता, दोपहर का खाना चाहिए होता है। ठीक उसी तरह से लड्डू गोपाल के भी खाने का ध्यान रखना चाहिए। घर में खाने वाली किसी भी वस्तु पर लड्डू गोपाल का भी उतना ही अधिकार है, जितना की आपका होता है।
लड्डू गोपाल को मौसम के हिसाब से कपड़े पहनाने चाहिए। वहीं उन्हें खिलौने बहुत प्रिय होते हैं। ऐसे में आप उनके लिए खिलौने लाने के साथ ही खिलौने से खेले भीं और उन्हें बाहर घुमाने जरूर ले जाएं।
परिवार के सदस्य आपस में सभी को किसी न किसी नाम से पुकारते हैं। वैसे ही लड्डू गोपाल से भी अपना नाता बनाएं और उन्हें प्यारा सा नाम देकर इस रिश्ते को और मजबूती दें।
रोज रात में लड्डू गोपाल को शयन जरूर कराोएं। जिस तरह से छोटे बच्चे को सुलाया जाता है। उसी तरह से लड्डू गोपाल को सुलाएं, थपथाएं और लोरी सुनाएं।
वैसे तो हर जन्माष्टमी पर लड्डू गोपाल की धूमधाम से पूजा की जाती है। लेकिन जिस भी तिथि को आप लड्डू गोपाल को घर लाते हैं। उस दिन भी आप उनका जन्मदिन मना सकते हैं। इस दिन उनके जन्मदिन पर आप बच्चों को घर बुलाकर उन्हें खिलौने आदि भी दे सकते हैं।