हर व्यक्ति चाहता है कि उसका जीवन सुख-समृद्ध व खुशहाली से भरा हो। कभी-कभी लोग अपनी इस खास इच्छापूर्ति के लिए तरह-तरह के उपाय भी अपनाते हैं। लेकिन उन्हें कोई लाभ नहीं होता है। ऐसे में आप एक बार इस उपाय को अपनाकर देखें। इस साल दशहरा 5 अक्टूबर बुधवार के दिन मनाया जा रहा है। असत्य पर सत्य की जीत के इस खास पर्व पर आप प्रभु श्रीराम के साथ-साथ माता लक्ष्मी की अपार कृपा पाने के लिए नीलकंठ पक्षी के दर्शन इस दिन अवश्यक करें। ऐसा माना जाता है कि अगर किसी व्यक्ति को दिन नीलकंठ पक्षी के दर्शन हो जाते हैं तो उसके जीवन में शुभता का आगमन होता है। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में-
सभी अधूरे काम होते हैं पूरे
हिन्दू धर्म में यह मान्यता है कि अगर दशहरे के दिन कोई व्यक्ति घर से बाहर निकल रहा है और उसे नीलकंठ पक्षी के दर्शन होते हैं तो इससे उसके सभी काम पूरे होते हैं। ऐसे व्यक्ति के जीवन में ना केवल धन वर्षा होती है, बल्कि विवाह के योग भी जल्द बनते हैं। हालांकि, अगर आपको नीलकंठ के दर्शन पीठ पीछे से होते हैं, तो यह शुभ संकेत नहीं है। इससे विवाह की बात बनते-बनते बिगड़ सकती है।
इसलिए विशेष है नीलकंठ पक्षी
यूं तो हर पक्षी प्रकृति के सौंदर्य को बढ़ाता है। लेकिन नीलकंठ पक्षी अति-विशिष्ट पक्षी है, क्योंकि इसे भगवान शिव का ही एक रूप माना जाता है। ज्ञात हो कि भगवान शिव का एक नाम नीलकंठ भी है। हालांकि, दशहरे के दिन नीलकंठ पक्षी के दर्शन करने के पीछे एक कथा है। हिन्दू धर्म के ग्रंथों के अनुसार, रावण का वध करके भगवान राम ने एक बार फिर से असत्य पर सत्य की जीत सिद्ध की थी। लेकिन ऐसा करने से उन्हें ब्राह्मण हत्या का पाप लगा था। इस पाप से मुक्ति पाने के लिए प्रभु श्रीराम ने भगवान शिव की भक्ति की और शिव जी उनके समक्ष नीलकंठ पक्षी के रूप में प्रकट हुए। तभी से यह कहा जाता है कि दशहरे के दिन नीलकंठ पक्षी के दर्शन से व्यक्ति के जीवन में शुभता आती है।
अगर ना हो नीलकंठ पक्षी के दर्शन
नीलकंठ पक्षी का दर्शन बेहद ही दुर्लभ है और संभव है कि आपको जल्द नीलकंठ पक्षी के दर्शन ना हो। ऐसे में आप इस उपाय को अपनाएं। बस, आप इंटरनेट से नीलकंठ पक्षी की तस्वीर डाउनलोड करके उसका प्रिंट निकालें। इसे दीवार पर चिपकाएं और सच्चे मन से अपने आराध्य का स्मरण करें। ऐसा करने से भी आपको लाभ अवश्य मिलेगा।
- मिताली जैन