छोटे बच्चे की सेहत के लिए मां का दूध सर्वोत्तम आहार माना गया है। वैसे जहां कुछ महिलाएं बच्चे को केवल स्तनपान करवाती हैं, वहीं कुछ महिलाएं बोतल से भी फीड करवाती हैं। आप चाहें जिस तरीके से भी बच्चे को फीड करवाएं, उसे सही मात्रा में और सही तरीके से फीड करवाना बेहद जरूरी है। चूंकि छोटे बच्चे भूख लगने पर उसके बारे में नहीं बता सकते, ठीक उसी तरह पेट भर जाने पर भी वह इसके बारे में नहीं बता पाते। ऐसे में अक्सर माताएं उन्हें ओवरफीड करवाती हैं और फिर इसका विपरीत असर उनकी सेहत पर नजर आता है। तो चलिए आज हम आपको कुछ ऐसे लक्षणों के बारे में बता रहे हैं, जो यह बताते हैं कि आप बच्चे को ओवरफीड कर रही हैं−
बार−बार थूकना
चाइल्ड केयर एक्सपर्ट बताते हैं कि वैसे तो बेबी सामान्य से थूकते हैं, लेकिन जब वे ओवरफीड हो जाते हैं तो वह ऐसा बार−बार करते हैं। इसलिए अगर बच्चा बार−बार स्पिट कर रहा है तो ऐसे में आपको सतर्क हो जाना चाहिए।
ब्लोटिंग और गैस
यह भी एक संकेत है, जो यह बताता है कि आप बच्चे को ओवरफीड करा रही है। चाइल्ड केयर एक्सपर्ट के अनुसार, बोतल से दूध पीने से बच्चे को बहुत हवा लग सकती है। जिससे बच्चे के पेट को फूला हुआ लग सकता है और बेचैनी पैदा कर सकता है।
अपनाएं यह उपाय
अगर आप चाहती हैं कि आपका बच्चा ओवरफीड ना करें तो इसके लिए आपको कुछ उपायों को अपनाना चाहिए। इसके अलावा स्तनपान करते हुए भी कुछ सावधानियों को बरतना चाहिए। बाल रोग विशेषज्ञ कहते हैं कि माताओं को बच्चे को स्तनपान करवाना चाहिए। इससे बच्चे के ओवरफीड की संभावना काफी कम होगी। दरअसल, जब बच्चा स्तनपान करता है और उसका पेट भर जाता है, तो दूध आना भी बंद हो जाता है। बच्चे को स्तन से दूध तभी मिलता है, जब वे इसे चूसते हैं। इसके अलावा, एक फीडिंग शेड्यूल बनाए रखें। बच्चा अंतत: इसमें समायोजित हो जाएगा। बच्चे को प्रत्येक दिन एक ही समय में भूख लगती है और लंबे अंतराल के बीच सामान्य से अधिक खिलाने से बचने के लिए समय पर खिलाया जाना चाहिए। इससे भी ओवरफीडिंग से बचा जा सकता है।
मिताली जैन