हाई ब्लड प्रेशर को एक साइलेंट किलर कहा जाता है, क्योंकि अमूमन इसके लक्षण नजर नहीं आते हैं। लेकिन यह हृदय रोग व स्ट्रोक का कारण बन सकता है। लेकिन अगर आप एक बार हाई ब्लड प्रेशर से डायग्नोस हो चुके हैं तो यह जरूरी हो जाता है कि आप इसे नियंत्रित करने के कुछ उपाय अपनाएं। हालांकि, इसे नियंत्रित करना उतना भी मुश्किल नहीं है। बस आप अपने लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव कीजिए और बस फिर आपको चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। तो चलिए आज हम आपको ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के कुछ आसान तरीकों के बारे में बता रहे हैं−
वजन करें कम
हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि अगर आप ओवरवेट हैं तो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए वजन घटाना जीवनशैली में सबसे प्रभावी परिवर्तनों में से एक है। अधिक वजन वाले या मोटापे से ग्रस्त लोगों को वजन कम करने से रक्तचाप को कम करने में भी मदद मिल सकती है। सामान्य तौर पर, आप अपने रक्तचाप को लगभग 1 मिलीमीटर पारा (मिमी एचजी) तक कम कर सकते हैं, अगर आप एक किलो वजन कम कर पाते हैं।
नियमित रूप से करें व्यायाम
हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, नियमित शारीरिक गतिविधि जैसे कि प्रतिदिन चलना आदि उच्च रक्तचाप होने पर आपके रक्तचाप को लगभग 5 से 8 मिमी एचजी तक कम कर सकता है। हालांकि, आपको इस पर लगातार बने रहना है क्योंकि यदि आप व्यायाम करना बंद कर देते हैं, तो आपका रक्तचाप फिर से बढ़ सकता हैं। आप कुछ एरोबिक एक्सरसाइज, वॉक करना, साइकिल चलाना, तैराकी या डांस आदि कर सकते हैं।
शुगर व रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट को करें कम
कई वैज्ञानिक अध्ययनों से पता चलता है कि चीनी और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट को सीमित करने से आपको अपना वजन कम करने और रक्तचाप कम करने में मदद मिल सकती है। इसलिए अगर आपको उच्च रक्तचाप की समस्या है तो ऐसे में आपको शुगर व रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट का सेवन बेहद लिमिटेड मात्रा में करना चाहिए।
बंद करें धूम्रपान
धूम्रपान बंद करना आपके संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए अच्छा है। धूम्रपान आपके रक्तचाप में तत्काल लेकिन अस्थायी वृद्धि और आपके हृदय गति में वृद्धि का कारण बनता है। वहीं लगातर लंबे समय तक धूम्रपान करने से, तंबाकू में मौजूद रसायन आपकी रक्त वाहिकाओं की दीवारों को नुकसान पहुंचाकर, सूजन पैदा करके और आपकी धमनियों को संकुचित करके आपके रक्तचाप को बढ़ा सकते हैं। कठोर धमनियां उच्च रक्तचाप का कारण बनती हैं।
मिताली जैन