कोरोना वायरस की दूसरी लहर इतनी घातक है कि इससे बचने के लिए हर किसी को अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता है। अब तक केवल सिंगल मास्क पहनकर ही लोग घरों से बाहर निकल रहे थे। लेकिन पिछले कुछ वक्त में आपने देखा होगा कि अब लोग डबल मास्क पहनने लगे हैं, ताकि कोरोना के संक्रमण की कोई संभावना ना रह जाए। डबल मास्क में दो कपड़े के मास्क या एक सर्जिकल व एक क्लॉथ मास्क पहना जा सकता है। हालांकि, इस डबल प्रोटेक्शन का फायदा आपको केवल तभी मिल सकता है, जब आप इसे सही तरह से पहनें। अगर डबल मास्क पहनते समय आपसे कुछ गलतियां हो गईं तो कोरोना वायरस आपको अपनी चपेट में लेने में बिल्कुल भी देरी नहीं करेगा। तो चलिए जानते हैं डबल मास्क पहनते समय की जाने वाली गलतियों के बारे में−
सही हो लेयरिंग
एक्सपर्ट के अनुसार, जब आप डबल मास्क पहन रहे हैं तो उसकी लेयरिंग सही तरह से होनी चाहिए। सबसे पहले तो आपको डबल मास्क पहनते समय दो एन 95 मास्क पहनने की आवश्यकता नहीं है। आप एक सर्जिकल व दूसरा कपड़े का मास्क पहन सकते हैं। इस दौरान भी आपको यह ध्यान रखने की आवश्यकता है कि आप पहले सर्जिकल मास्क पहनें और फिर उसके ऊपर कपड़े के मास्क की लेयरिंग करें। इससे आपको अतिरिक्त प्रोटेक्शन प्राप्त होगी। इसके अलावा अगर आप चाहें तो दो कपड़े के मास्क भी पहन सकते हैं।
फिटिंग पर करें फोकस
हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि कुछ लोग को टाइट व फिटिंग के मास्क को पहनते समय परेशानी होती है, इसलिए वह उसे पहनते समय हल्का लूज रखना ही पसंद करते हैं। लेकिन एक बात ध्यान रखें कि अगर आप डबल मास्क पहन रहे हैं और आपने उसे लूज ही रखा है तो इससे आपको कोई लाभ नहीं मिलने वाला। आपको हमेशा इस बात का ध्यान देना होगा कि आपके मास्क आपके साइज व फिटिंग के अनुसार ही हों। बहुत अधिक लूज या टाइट मास्क पहनने से आपको केवल समस्या ही होगी।
मास्क को बार−बार उतार देना
यह भी डबल मास्क के दौरान की जाने वाली एक महत्वपूर्ण गलती है। कई बार व्यक्ति को परेशानी होती है और वह कुछ वक्त के लिए मास्क उतार देता है। उसके बाद फिर से डबल मास्क पहन लेता है। ऐसा करने से आप खुद को कोरोना वायरस से सुरक्षित नहीं रख पाएंगे। मसलन, अगर आप फोन पर बात करते समय मास्क हटाते हैं तो उस समय भी वायरस की बूंदे आपके शरीर में प्रवेश कर सकती हैं। हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि इस स्थिति में आप न केवल अपने आप को ड्रॉपलेट ट्रांसमिशन के लिए एक्सपोज कर रहे हैं, बल्कि सतह ट्रांसमिशन के लिए भी क्योंकि आप बिना किसी सुरक्षा के अपने मास्क की बाहरी सतह (जहां बूंदें पहले बस गई हो सकती हैं) को छू रहे हैं।
मिताली जैन