By मिताली जैन | Aug 08, 2021
जब किसी व्यक्ति के सुनने की क्षमता कम हो जाती है या फिर पूरी तरह से चली जाती है तो इससे व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आमतौर पर यह समस्या तब होती है, आपका आंतरिक कान या तंत्रिका डैमेज हो जाती है। इसके अलावा तेज आवाज, बुढ़ापा, तेज बुखार और स्टोक से व्यक्ति की सुनने की क्षमता प्रभावित हो सकती है। यूं तो इसके उपचार के लिए आपको डॉक्टर के पास जाना पड़ता है। लेकिन इसके अलावा, कुछ घरेलू उपाय भी आपकी सुनने की क्षमता को बेहतर बना सकते हैं−
अदरक
अदरक को एक सुपरफूड माना जाता है, जो ना केवल संक्रमण को कम करने में मदद कर सकता है, बल्कि अदरक में एंटी−इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो तंत्रिका तंत्र में सूजन को कम करने में मदद करते हैं। तंत्रिका तंत्र आपके कानों से आपके मस्तिष्क तक ध्वनि ले जाने के लिए जिम्मेदार है और इसलिए जब आपका तंत्रिका तंत्र बेहतर तरीके से काम करता है तो इससे आपके सुनने की क्षमता भी बेहतर होती है। आप इसके लिए अदरक की चाय बना सकते है, जिसमें पानी व अदरक के साथ−साथ दालचीनी, रोजमेरी व अन्य हर्ब्स को शामिल किया जा सकता है।
टी ट्री ऑयल
कई लोगों का मानना है कि टी ट्री ऑयल बहरेपन का सकारात्मक इलाज करता है। इसके लिए आप टी ट्री ऑयल की दो−तीन बूंदे लेकर उसमें 2 बड़े चम्मच जैतून का तेल, 1 चम्मच कोलाइडयन सिरका और 1 छोटा चम्मच एप्पल साइडर विनेगर को मिक्स करें और इस मिश्रण की दो−दो बूंदे अपने कानों में डालें।
नमक का इस्तेमाल
कान के इंफेक्शन के घरेलू उपचार में टेबल सॉल्ट का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए आप एक कप नमक को गर्म करें और उसे एक कपड़े पर रखकर पोटली बना लें। अब आप इस टुकड़े को कान के संक्रमित हिस्से पर 5 से 10 मिनट तक रखें और आप महसूस करेंगे कि दर्द दूर हो रहा है। इस प्रक्रिया को आप अपनी आवश्यकता के अनुसार दोहरा सकते हैं।
सेब का सिरका
मैग्नीशियम, पोटेशियम, जिंक और मैंगनीज से युक्त सेब का सिरका आपके शरीर में उन खनिज की कमी को पूरा कर सकता है जो सुनने से जुड़ा है। अगर बहुत अधिक शोर के कारण आपकी सुनने की क्षमता प्रभावित हुई है तो ऐसे में आप सेब के सिरके का इस्तेमाल कर सकते हैं।
नोट− हर आप ऐसे किसी भी घरेलू उपचार को अपना रहे हैं, जिसमें आप सीधे कान में किसी द्रव्य को डालने वाले हैं तो पहले एक बार अपने डॉक्टर से इस बारे में बात अवश्य करें।
मिताली जैन