खेल मंत्रालय में अद्भुत रहा किरेन रिजिजू का योगदान, खेलों की महाशक्ति बनने की ओर बढ़ा भारत

By अंकित सिंह | Jul 08, 2021

मोदी मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल देखने को मिला। खेल मंत्रालय में भी फेरबदल देखने को मिला। टोक्यो ओलंपिक के ठीक 16 दिन पहले 2019 से अब तक खेल मंत्रालय संभाल रहे किरेन रिजिजू का प्रमोशन करते हुए उन्हे कानून और न्याय मंत्री बना दिया गया जबकि युवा और खेल मामलों का मंत्रालय अब अनुराग ठाकुर को दे दिया गया। सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि किरेन रिजिजू के मंत्रालय में ऐसे समय पर बदलाव किया गया है जब वह टोक्यो ओलंपिक की तैयारियों में व्यस्त थे। 2019 में दोबारा चुनाव जीतकर आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किरेन रिजिजू को स्वतंत्र प्रभार में खेल मंत्रालय का जिम्मा सौंपा गया। लगभग 2 वर्षों के अपने कार्यकाल के दौरान किरेन रिजिजू अनगिनत खेलों में शामिल रहे। इसके अलावा उन्होंने फिट इंडिया मूवमेंट को भी बल देने की कोशिश की जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2019 में शुरू किया गया था। फिटनेस को हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने में किरेन रिजिजू का अहम योगदान है। 

 

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खेल और फिटनेस के प्रति हमेशा उत्साहित रहने वाले किरेन रिजिजू लगातार भारतीय खेलों को बढ़ावा देते रहे हैं। उनका लक्ष्य ओलंपिक में दो अंको में पदक जीतना था। भारतीय खिलाड़ियों की तैयारियों की उन्होंने बारीकी से अध्ययन किया था और उनकी तमाम समस्याओं का निवारण करने में लगातार जुटे हुए थे। सोशल मीडिया पर खुद को एक्टिव रखने वाले किरेन रिजिजू लगातार भारतीय खेलों से जुड़ी घटनाओं की जानकारी को साझा करते ही थे। उस को बढ़ावा देने के लिए कई प्रयासों को अमल में लाते थे। उन खिलाड़ियों की लगातार मदद भी करते थे जो उनसे सोशल मीडिया के जरिए मदद की मांग करते थे। खेल और युवा मामलों में किरेन रिजिजू का योगदान सराहनीय है। किरेन रिजिजू 2004 से सक्रिय राजनीति में हैं। 2004 में पहली बार संसद पहुंचे थे। हालांकि 2009 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। 2014 में एक बार फिर से संसद पहुंचे। उन्हें गृह राज्य मंत्री बनाया गया। 

 

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निवर्तमान खेलमंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि भारत को खेलों की महाशक्ति बनाने का सफर जारी रहेगा। मई 2019 में खेलमंत्री बने रीजीजू कैबिनेट में फेरबदल के साथ अब कैबिनेट मंत्री के रूप में विधि मंत्रालय का जिम्मा संभालेंगे। वहीं ठाकुर को सूचना और प्रसारण के साथ खेल मंत्रालय सौंपा गया है। मणिशंकर अय्यर (2006 से 2008) के बाद खेल मंत्रालय का प्रभार संभालने वाले ठाकुर पहले कैबिनेट मंत्री होंगे। रिजिजू ने भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा गुरूवार को आयोजित विदाई समारोह में पत्रकारों से कहा कि हमने भारत को खेलों में महाशक्ति बनाने के लिये सारे प्रयास किये। यह सफर जारी रहेगा, बस जिम्मेदारी बदल गई है। उन्होंने कहा कि मेरा मंत्रालय बदल गया है लेकिन खेल मंत्रालय में ये प्रयास आगे भी जारी रहेंगे। मैं टीम को शुभकामना देता हूं। उन्होंने कहा कि खेल मंत्री के तौर पर मेरा पूरा कार्यकाल आयोजनों और गतिविधियों से भरपूर रहा। मैने युवा से लेकर सीनियर खिलाड़ियों से मुलाकात की और बात की। भारत को खेलों में आगे ले जाने का सफर जारी रहेगा और पूरा होगा।

 

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रिजिजू ने खेल मंत्रालय में अपनी टीम की तारीफ करते हुए कहा कि इसने देशवासियों की आकांक्षाओं को पूरा करने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नजरिये पर अमल करने की पूरी कोशिश की। रिजिजू को ओलंपिक रजत पदक विजेता राज्यवर्धन सिंह राठौड़ की जगह स्वतंत्र प्रभार के साथ खेलमंत्री बनाया गया था। वह अल्पसंख्यक मामलों के राज्यमंत्री भी रहे और कुछ समय आयुष मंत्रालय का अस्थायी प्रभार भी उनके पास रहा। भारत के 120 से अधिक खिलाड़ियों ने तोक्यो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई किया है। खेल कड़े सुरक्षा प्रोटोकॉल के बीच 23 जुलाई से तोक्यो में होंगे। रीजीजू के कार्यकाल में राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों की राशि में इजाफा हुआ और वित्तीय कठिनाई झेल रहे मौजूदा या पूर्व खिलाड़ियों को तुरंत मदद मिली। इसके साथ ही देश भर में साइ केंद्रों का बुनियादी ढांचा बेहतर किया गया।

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