By अभिनय आकाश | Nov 12, 2021
अगले वर्ष पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। लेकिन इसको लेकर सियासत अभी से तेज हो गई है। कांग्रेस पार्टी एक तरफ लागातार मिलती चुनावी असफलता से अपने स्टैंड को लेकर कन्फ्यूज सी नजर आ रही है। नेताओं की बयानबाजी को लेकर आलम ऐसा हो गया है कि कहीं पर ये आपस में भी भिड़ते नजर आ रहे हैं तो कितनी बार बोलने के बाद सफाई देने की नौबत आ रही है। सलमान खुर्शीद द्वारा अपनी नयी पुस्तक में हिंदुत्व को लेकर की गई विवादित टिप्पणी के बाद कांग्रेस लगातार बीजेपी के निशाने पर है। वहीं अब इसको लेकर पार्टी के भीतर से भी सवाल उठने लगे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने खुर्शीद की टिप्पणी को लेकर निशाने पर लिया है। वहीं जिसके जवाब में सलमान खुर्शीद ने साफ कहा है कि वो आजाद के साथ किसी बहस में नहीं पड़ना चाहते हैं।
गुलाम नबी आजाद ने क्या कहा
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने सलमान खुर्शीद की पुस्तक का जिक्र करते हुए कहा कि हम हिंदुत्व की एक राजनीतिक विचारधारा के रूप में हिंदुत्व से सहमत नहीं हो सकते हैं, लेकिन हिंदुत्व की तुलना ISIS और जिहादी इस्लाम से करना तथ्यात्मक रूप से गलत और एक अतिशयोक्ति है।
किसी बहस में नहीं पड़ना चाहता
आजाद के बयान पर सलमान खुर्शीद ने अपनी प्रतिक्रिया भी दी। उन्होंने कहा कि ये उन्हें बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया लग सकता है, लेकिन यह मुझे बिल्कुल भी बढ़ाया-चढ़ाया नहीं लगता। खुर्शीद ने आजाद के साथ किसी भी तरह के बहस में नहीं पड़ने की बात कही। इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि लेकिन अगर आजाद ने ऐसा कहा है तो हम उनकी कही बात का सम्मान करते हैं। वे एक वरिष्ठ नेता हैं। लेकिन इससे मेरी सोच नहीं बदलेगी।
राशिद अल्वी के राक्षस वाले बयान पर हंगामा
उत्तर प्रदेश के संभल में कांग्रेस नेता राशिद अल्वी के बयान को लेकर हंगामा मचा है। संभल में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि इन दिनों जय श्रीराम बोलने वाले कुछ लोग संत नहीं है, बल्कि राक्षस हैं। बीजेपी नेता अमित मालवीय ने अल्वी के बयान का क्लिप शेयर करते हुए कहा कि सलमान ख़ुर्शीद के बाद अब कांग्रेस के नेता राशिद अल्वी जय श्री राम कहने वालों को निशाचर (राक्षस) बता रहे हैं।राम भक्तों के प्रति कांग्रेस के विचारों में कितना ज़हर घुला हुआ है।
दरअसल एक कार्यक्रम में अल्वी ने कहा था कि हम भी चाहते हैं इस देश में रामराज्य होना चाहिए, लेकिन जिस राज्य में बकरी और शेर एक घाट पर पानी पीते हो वहां नफरत कैसे हो सकती है। राशिद अल्वी ने बीजेपी की तरफ इशारा करते हुए कहा, कि इस देश में जय श्री राम का नारा लगाकर लोगों को जो लोग गुमराह करते हैं, ऐसे लोगों से सावधान रहना चाहिए। बयान को लेकर हंगामा मचने के बाद अल्वी ने इसको लेकर सफाई भी दी। उन्होंने कहा कि मैंने कहा है कि जयश्रीराम बोलने वाला हर आदमी मुनि नहीं होता है, श्रीराम एक आस्था का नाम है, उन पर राजनीति नहीं की जा सकती।