Chai Par Sameeksha। चुनावी मौसम में खड़गे ने दिया BJP को मौका, फारूक अब्दुल्ला का पाकिस्तान प्रेम

By अंकित सिंह | Nov 04, 2024

प्रभासाक्षी की खास साप्ताहिक कार्यक्रम चाय पर समीक्षा में इस सप्ताह हमने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा पार्टी नेताओं को दी गई सलाह पर चर्चा की। कैसे खड़गे ने पार्टी नेताओं को चुनावी वादों के समय कई बातों को ध्यान रखने की हिदायत दी है। इसके अलावा हमने हाल में जम्मू कश्मीर में बड़े आतंकी हम लोग अभी जिक्र किया। साथी साथ हमने यह भी समझने की कोशिश की की फारुख अब्दुल्ला का पाकिस्तान प्रेम कैसे एक बार फिर से सामने आ गया है। हमेशा की तरह इस कार्यक्रम में मौजूद रहे प्रभासाक्षी के संपादक नीरज कुमार दुबे जी।


नीरज दुबे ने कहा कि आप देख सकते हैं कर्नाटक में क्या स्थिति है। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार के पास अपने कर्मचारियों को देने के लिए पैसे नहीं है। तेलंगाना में भी स्थिति ठीक वैसा ही नजर आ रहा है। उन्होंने कहा कि इन चुनाव में आपको अगर ध्यान हो तो कांग्रेस ने जबरदस्त तरीके से लोग लोक लुभावन वादे किए थे। ओल्ड पेंशन को जारी करने की भी बात की गई थी। लेकिन आज इन्हीं राज्यों में कांग्रेस की ओर से बार-बार यह सामने आता है कि पैसे नहीं है। नीरज दुबे ने कहा कि पिछले दिनों हमने यह भी सुना था कि कैसे कर्नाटक में कांग्रेस विधायकों को यह कह दिया गया था कि आप अपने क्षेत्र के विकास के लिए पैसे ना मांगे क्योंकि हमने जो गारंटी दी है, उसको पूरा करने के लिए भी हमारे पास पैसे नहीं है। 

इसे भी पढ़ें: मतदाताओं को 'रिश्वत' जैसी गारंटी की सियासत पर उठते सवालों का जवाब आखिर देगा कौन, पूछते हैं लोग!

प्रभासाक्षी के संपादक ने कहा कि कैसे भी कांग्रेस सत्ता में आने की कोशिश करती है। वह लोक लुभावन वादे करती है। उनको भी यह बात पता होती है इसे पूरा नहीं किया जा सकता है। आपने लोकसभा चुनाव के दौरान में देखा कि कैसे कांग्रेस से लोगों को 8500 हर महीने देने की बात तक कह दी थी। उन्होंने कहा कि हरियाणा में भी कांग्रेस ने जबरदस्त तरीके से लोक लुभावन वायदे किए थे। लेकिन लोगों ने इस बार कांग्रेस को सबक सिखा दिया है। बावजूद इसके कांग्रेस अभी भी महाराष्ट्र और झारखंड में इस तरीके के वादे करने में खुद को व्यस्त रखती नजर आ रही है। कांग्रेस को देश की तरक्की से ज्यादा एक परिवार की तरक्की की चिंता है और शायद इसी वजह से वह इस तरीके की बातें करती है। 


नीरज दुबे ने कहा कि फारूक अब्दुल्ला ने पहले जो कहा था वह शायद गलती से उन्होंने कह दिया था। अब जो फारूक अब्दुल्ला के दिल की बात है, उन्होंने कही है। फारूक अब्दुल्ला को पता है कि जिन लोगों ने चुनाव में उनका समर्थन दिया, उनके खिलाफ वे बयान नहीं दे सकते हैं। आतंकवादियों को भी पता है कि उनका समर्थन करने वाले सत्ता में आ गए हैं। उनके लिए हमदर्द रखने वाले सत्ता में है। इसलिए उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं होगी। हालांकि नीरज दुबे ने आगे कहा कि अभी भी पुलिस प्रशासन वहां उपराज्यपाल और केंद्र के अधीन है। ऐसे में आतंकवादियों के खिलाफ एक्शन जारी रहेगा। इसमें कोई दो राय नहीं है।

प्रमुख खबरें

Jammu-Kashmir के पुंछ जिले में बड़ा हादसा, खाई में गिरी सेना की गाड़ी, 5 जवानों की मौत

हाजिर हों... असदुद्दीन ओवैसी को कोर्ट ने जारी किया नोटिस, सात जनवरी को पेश होने का आदेश, जानें मामला

An Unforgettable Love Story: अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर विशेष

आरक्षण के मुद्दे का समाधान करें, अदालत पर इसे छोड़ना दुर्भाग्यपूर्ण : Mehbooba Mufti