By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 26, 2022
राजस्थान में ताजा राजनीतिक घटनाक्रम के बीच खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने रविवार रात कहा कि राज्य के विधायक जिसके साथ होंगे वही प्रदेश का नेता (मुख्यमंत्री) होगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) राज्य की कांग्रेस सरकार को गिराना चाहती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के विधायकों के पार्टी के विधायक दल की बैठक में शामिल न होकर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी के आवास पहुंचने को आलाकमान के प्रतिविद्रोह के रूप में नहीं देखा जाए बल्कि यह ‘हमारे परिवार की बात है।’
संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल के साथ डॉ. जोशी के घर पहुंचे खाचरियावास ने कहा, ‘‘(धारीवाल के घर अशोक गहलोत समर्थक) विधायकों ने कहा कि भाजपा का षड्यंत्र कामयाब नहीं होने देंगे। भाजपा के लोग पिछले चार साल से सरकार अस्थिर करने का प्रयास करने में लगे हैं। भाजपा राजस्थान की सरकार को गिराना चाहती है।’’
पार्टी के विधायकों के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निवास पर बुलायी गयी विधायक दल की बैठक में न जाकर विधानसभा अध्यक्ष के आवास पहुंचने पर उन्होंने कहा, ‘‘इसे आलाकमान के प्रति विद्रोह के रूप में नहीं देखा जाए। यह हमारे परिवार की बात है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘विधायक (आलाकमान द्वारा) अपनी बात नहीं सुने जाने से नाराज होकर इस्तीफा देने आए हैं। हमारे परिवार के मुखिया (आलाकमान) जब बात सुनेंगे तो नाराजगी दूर हो जाएगी।’’
राज्य के अगले मुख्यमंत्री के बारे में खाचरियावास ने कहा, ‘‘अभी तो गहलोत ही मुख्यमंत्री हैं।लोकतंत्र में चुनाव में फैसला वोट की गिनती से होता है। लोकतंत्र संख्या बल से चलता है। राजस्थान के विधायक जिसके साथ होंगे वही नेता होगा... लगभग सौ से अधिक विधायक एक तरफ हैं। 10-15 विधायक एक तरफ हैं ...तो बात किसकी सुनी जाएगी?’’ गौरतलब है कि राजस्थान में यह घटनाक्रम ऐसे समय में हो रहा है जब मुख्यमंत्री गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अगले महीने होने वाले चुनाव में उतरने की घोषणा कर चुके हैं।
ऐसा माना जा रहा है कि गहलोत के पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद राज्य में मुख्यमंत्री बदला जा सकता है। इसे लेकर रविवार रात को मुख्यमंत्री निवास पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी। बैठक के लिए दिल्ली से आए पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन मुख्यमंत्री निवास पर पहुंचे। पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और कुछ विधायक भी मुख्यमंत्री निवास पर पहुंचे। लेकिन गहलोत समर्थक विधायक संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल के घर इकट्ठा हुए और फिर वहां से एक बस तथा अन्य वाहनों में सवार होकर डॉ. जोशी के घर पहुंचे।