By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jul 31, 2024
केरल के वायनाड में भूस्खलन की घटनाओं में 123 लोगों की मौत होने और करीब 186 लोगों के घायल होने एक दिन बाद बुधवार को बचावकर्मियों ने फिर से तलाश एवं बचाव अभियान शुरू किया।
वायनाड में तैनात सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और अन्य आपात सेवा के कर्मियों ने तलाश अभियान फिर शुरू किया। बचावकर्मी भूस्खलन के बाद मलबे में दबे लोगों की तलाश कर रहे हैं।
एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि प्रादेशिक सेना की 122 इन्फैन्ट्री बटालियन के जवानों ने मेप्पडी के एक स्थानीय विद्यालय में डेरा डाला हुआ था और वे अब प्रभावित इलाकों की ओर निकल पड़े हैं।
प्रवक्ता ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘प्रादेशिक सेना की 122 इन्फैन्ट्री बटालियन के जवान दूसरे दिन के बचाव अभियान की तैयारी कर रहे हैं। वे मेप्पडी में एक स्थानीय विद्यालय में अपने अस्थायी शिविर से वायनाड में आपदा प्रभावित इलाकों की ओर निकल पड़े हैं।’’
रक्षा विभाग की ओर से जारी एक बयान में बताया गया कि इस बीच सेना की कई टुकड़ियां तिरुवनंतपुरम और बेंगलुरु से सड़क तथा हवाई मार्ग से कालीकट रवाना हुई हैं। इसमें बताया गया कि सेना की टुकड़ियों में आपदा राहत कार्यों में अनुभवी सैनिक, चिकित्सा दल, एम्बुलेंस तथा अन्य उपकरण शामिल हैं।
कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका के कारण मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। अपने मनोरम दृश्यों के लिए मशहूर मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांवों में मूसलाधार बारिश के कारण मंगलवार तड़के हुई भूस्खलन की घटनाओं में महिलाओं तथा बच्चों समेत कई लोगों की मौत हो गई।