कोरोना के कारण अनाथ हुए बच्चों की पढ़ाई, परवरिश का खर्च वहन करेगी सरकार: केजरीवाल

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 14, 2021

नयी दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली सरकार कोविड-19 के कारण, आय अर्जित करने वाले सदस्यों को गंवा चुके परिवारों की वित्तीय मदद करेगी और महामारी के कारण अनाथ हुए बच्चों की शिक्षा एवं परवरिश का खर्च वहन करेगी। केजरीवाल ने यह भी कहा कि दिल्ली में संक्रमण की दर घटकर 12 प्रतिशत हुई और पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के करीब 8,500 मामले दर्ज किए गए हैं। उन्होंने कहा कि 20 अप्रैल को दिल्ली में 28,000 से अधिक मामले दर्ज किए गए जबकि 22 अप्रैल को संक्रमण की दर 36 फीसदी थी। उन्होंने एक ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा कि लेकिन कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई खत्म नहीं हुई है और ढिलाई बरतने की गुंजाइश नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं जानता हूं कि कई बच्चों ने अपने माता-पिता को खो दिया। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि मैं उनके लिए उपलब्ध हूं। अपने आप को अनाथ न मानें। सरकार उनकी पढ़ाई का खर्च एवं परवरिश का खर्च उठाएगी।’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं जानता हूं कि कई बुजुर्ग नागरिकों ने अपने बच्चों को खो दिया है। वे उनकी कमाई पर आश्रित थे। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि उनका बेटा (केजरीवाल) जीवित है। सरकार ऐसे सभी परिवारों की मदद करेगी जिन्होंने अपना कमाने वाला सदस्य खो दिया।’’ केजरीवाल ने कहा कि ऐसे परिवारों को वित्तीय मदद के साथ साथ देखभाल और अपनेपन की भी जरूरत है। उन्होंने कहा ‘‘उन्हें अपनापन भी चाहिए। ऐसे परिवारों के पड़ोंसियों और संबंधियों से मेरा अनुरोध है कि इन परिवारों की देखभाल करें। ऐसे परिवार कड़ी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। उन्हें अपनापन दें। हम, दिल्ली के दो करोड़ लोग, एक परिवार हैं। ईद के मौके पर मैं सभी के लिए बेहतर स्वास्थ्य और खुशियों की प्रार्थना करता हूं।’’ केजरीवाल ने कहा कि पिछले 10 दिनों में कोरोना वायरस मरीजों के लिए करीब 3,000 बिस्तर उपलब्ध हैं। हालांकि आईसीयू में बिस्तर अब भी लगभग भरे हुए हैं। 

 

इसे भी पढ़ें: दिल्ली में कम हो रहे कोरोना के मामले, केजरीवाल बोले- संक्रमण दर 12 प्रतिशत रह गई है


उन्होंने कहा, ‘‘हम इस दिशा में काम कर रहे हैं। करीब 1,200 और आईसीयू बिस्तरों को तैयार किया जा रहा है। ऑक्सीजन वाले बिस्तर तैयार किए जा रहे हैं और ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदे जा रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें संक्रमण के मामले शून्य तक ले जाने हैं। हम ढील नहीं बरत सकते, हमें लॉकडाउन का कड़ाई से पालन करना होगा।’’ मुख्यमंत्रीने कहा ‘‘दिल्ली में हमने कड़ा लॉकडाउन लागू किया लेकिन लोगों ने इसका भी पालन कर पूरा सहयोग दिया। हर किसी ने लॉकडाउन का पूरी तरह पालन किया।’’ उन्होंने कहा ‘‘हर कोई बात कर रहा है कि दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले कम कैसे हुए। यह दिल्ली वासियों के अनुशासित आचरण की वजह से संभव हो पाया है। लेकिन अभी लड़ाई खत्म नहीं हुई है। अगर हमने ऐहतियात नहीं बरती, तो कोरोना के मामले एक बार फिर बढ़ने लगेंगे।’’ स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में बृहस्पतिवार को संक्रमण के 10,489 नए मामले आए और 308 लोगों की मौत हो गई जबकि संक्रमण दर 14.24 प्रतिशत दर्ज की गई।

प्रमुख खबरें

Tawang को चीन के कब्जे से बचाया! कौन हैं मेजर खातिंग? जिनका म्यूजियम ड्रैगन को दिलाता रहेगा भारत के पराक्रम की याद

Delhi Capitals ने Rishabh Pant से किया किनारा, आईपीएल 2025 के लिए इन खिलाड़ियों को किया रिटेन

Diwali 2024: देशभर में दिवाली की धूम, जगमग हुआ सारा नजारा, जले खुशियों के दीप, पटाखों की धूम

Punjab Kings ने महज दो खिलाड़ियों को किया रिटेन, अर्शदीप और शिखर को दिखाया बाहर का रास्ता