By अंकित सिंह | Aug 30, 2022
दिल्ली में शराब नीति को लेकर भाजपा और आम आदमी पार्टी एक दूसरे पर जबरदस्त तरीके से हमलावर है। पिछले कई दिनों से दोनों दल एक दूसरे पर लगातार हमला कर रहे हैं। इन सबके बीच आज अन्ना हजारे ने भी शराब नीति को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिख दिया है। अब इसी पर अरविंद केजरीवाल ने अपनी टिप्पणी दी है। उन्होंने भाजपा पर पलटवार किया है। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक अन्ना हजारे ने कहा कि वे (भाजपा) कहते रहे हैं कि शराब नीति में घोटाला हुआ है, लेकिन CBI ने कहा कि कोई घोटाला नहीं है। जनता इनकी बात नहीं मान रही है तो अब ये अन्ना हजारे जी के कांधे पर बंदूख रख के चला रहे हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें किसी भी जांच के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। सीबीआई ने अपनी सारी जांच पूरी कर ली है। मनीष सिसोदिया से 14 घंटे तक पूछताछ की। उन्होंने उनके सवालों का संतोषजनक जवाब दिया। उनके लॉकर में कुछ नहीं मिला। उन्हें अनौपचारिक क्लीन चिट दे दी गई है। उन्होंने कहा कि अब जबकि सीबीआई जांच से कुछ नहीं निकला, इसमें राजनीति नहीं होनी चाहिए। अब इस बात की जांच होनी चाहिए कि वे दिल्ली में विधायकों को 20-20 करोड़ रुपये में कैसे खरीदना चाहते थे। अगर हम इससे नहीं भागे, तो वे क्यों? इससे पहले अन्ना हजारे ने कहा कि हर वार्ड में उन्होंने (CM केजरीवाल) शराब की दुकान खोली और आयु सीमा 25 वर्ष से 21 वर्ष कर दी। वे शराब का प्रचार कर रहे हैं।
इसके साथ ही अन्ना ने कहा कि मैंने इसके खिलाफ उनको पहली बार चिट्ठी लिखी। जब मैं विरोध कर रहा था तो वो मुझे अपना 'गुरु' कहते थे, अब वो भावनाएं कहां हैं? सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर उनकी सरकार की नयी आबकारी नीति की निंदा की है और लिखा है कि मुख्यमंत्री ‘सत्ता के नशे में चूर लगते हैं’। हजारे ने यह भी कहा है कि एक ऐतिहासिक आंदोलन को नुकसान पहुंचाने के बाद जन्मी पार्टी अब दूसरे दलों के रास्ते पर है, जो पीड़ादायी है। हजारे ने कहा कि नयी नीति से शराब की बिक्री और खपत को बढ़ावा मिलेगा तथा भ्रष्टाचार भी बढ़ेगा।