By रितिका कमठान | Nov 27, 2022
गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कागज पर लिखकर दिया है कि राज्य में आम आदमी पार्टी की सरकार ही बनेगी। उन्होंने कहा कि गुजरात में आप के प्रदर्शन को देखकर बीजेपी के होश उड़ गए है और पार्टी बौखला गई है।
बता दें कि अरविंद केजरीवाल गुजरात चुनाव के पहले चरण के मतदान से पहले दो दिवसीय सूरत की यात्रा पर हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि 27 वर्षों तक सत्ता में रहने वाली बीजेपी गुजरात के लोगों पर ही हमला कर रही है। लोग डरे हुए है। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी के मतदाता भी आप पार्टी को ही वोट देंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य में पुरानी पेंशन लागू की जाएगी। राज्य में सरकार बनने तक 31 जनवरी तक ओल्ड पेंशन स्कीम जारी की जाएगी। सरकार में कई कच्चे कर्मचारी, ड्राइवर, कंडक्टर और होमगार्ड आदि हैं जिनके ढ़ेरों मुद्दे है। इन सभी कर्मचारियों की समस्याओं को दूर किया जाएगा।
उन्होंने दिल्ली और पंजाब में बनी सरकारों का जिक्र करते हुए कहा कि मेरी भविष्यवाणी सच निकली है। वर्ष 2014 के चुनाव में दिल्ली में कहा था कि इस बार कांग्रेस जीरो पर होगी और वैसा ही हुआ था। पंजाब चुनाव के दौरान की गई सभी भविष्यवाणियां भी सही साबित हुई है। मैंने नवजोत सिंह सिद्धू, चन्नी, बादल परिवार को लेकर जो भी बातें कही सच साबित हुई। ऐसे में अब गुजरात चुनाव को लेकर की गई भविष्यवाणी भी सच साबित होगी।
इस दिन होगा चुनाव
गुजरात में विधानसभा चुनावके लिए दो चरणों में, एक और पांच दिसंबर को मतदान होगा और मतों की गिनती हिमाचल प्रदेश के साथ ही आठ दिसंबर को होगी। गुजरात की कुल 182 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण में 89 सीटों पर और दूसरे चरण में 93 सीटों पर मतदान होगा। बता दें कि गुजरात विधानसभा का कार्यकाल 18 फरवरी 2023 को समाप्त हो रहा है।
वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 99 सीट जीती थीं जबकि कांग्रेस को 77 सीट मिली थीं। प्रतिशत के लिहाज से देखा जाए तो उस चुनाव में भाजपा को 49.05 प्रतिशत मत मिले थे जबकि कांग्रेस को 42.97 प्रतिशत मत मिले थे। पिछले विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस के कई विधायक भाजपा में शामिल हो गए। इस वजह से विधानसभा में भाजपा के सदस्यों की संख्या बढ़कर 111 हो गई जबकि कांग्रेस के सदस्यों की संख्या घटकर 62 पर पहुंच गई। गुजरात में 4.9 करोड़ से अधिक मतदाता हैं और इनमें 4.6 लाख मतदाता ऐसे हैं जो पहली बार मतदान करेंगे। निर्वाचन आयोग राज्य में 51,782 मतदान केंद्र स्थापित करेगा। इनमें 34,276 मतदान केंद्र ग्रामीण क्षेत्रों में हों। शहरी इलाकों में 17,506 मतदान केंद्र होंगे।