दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निवास के बाहर आज बड़ी संख्या में नगर निकाय के सफाई कर्मचारियों ने वेतन और बकाया राशि की मांग करते हुये प्रदर्शन किया। सफाई कर्मचारियों ने सिविल लाइन इलाके में 6-फ्लैग स्टाफ हाउस के पास प्रदर्शन किया जिससे सड़क पर यातायात आंशिक रूप से बाधित हो गया। ‘मजदूर विकास संयुक्त मोर्चा’ के अध्यक्ष संजय गहलोत ने कहा, ''हम बार-बार यह बात कह रहे हैं कि हमारा वेतन और बकाया राशि का मामला व्यापक रूप से हल किया जाये लेकिन हम ‘आप’ सरकार और भाजपा नेतृत्व वाले निगमों के बीच चल रही खींचतान में अटक गये हैं।’’
उन्होंने कहा, ''हम यहां केजरीवाल से तीनों निकाय आयुक्तों की बैठक बुलाने और इस मामले का निपटारा करने की मांग करने के लिये एकत्रित हुये हैं।’’ उन्होंने कहा कि कर्मचारी मांगें पूरी न होने पर ‘अनिश्चितकालीन’ हड़ताल करने की धमकी भी दे रहे हैं। संजय ने कहा, ''हमें हमारा बकाया वेतन और राशि नहीं मिली है। हम तब तक प्रदर्शन जारी रखेंगे जब तक ये मांगें पूरी नहीं होतीं।’’ गहलोत ने दावा किया कि तीनों निकायों के कर्मचारियों ने केजरीवाल के निवास के बाहर विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने फरवरी के अंत में पैसों की तंगी से जूझ रहे उत्तरी दिल्ली नगर निगम को इसके कर्मचारियों का बकाया वेतन देने के लिये 200 करोड़ रुपये का ऋण मंजूर किया था।
जनवरी में उन्होंने पूर्वी दिल्ली नगर निगम को 119 करोड़ रुपये का नया कोष देने की घोषणा की थी। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) को वर्ष 2012 में एनडीएमसी, एसडीएमसी और ईडीएमसी के तौर पर विभाजित कर दिया गया था। आप सरकार ने कहा है कि उसके द्वारा तीनों निकायों को पर्याप्त कोष दिया गया, जिसका एमसीडी ने ''उचित तरीके से इस्तेमाल नहीं किया।’’ गहलोत ने आरोप लगाया कि कोष की घोषणा के बाद भी ‘‘कर्मचारियों को यह नहीं मिला है।’’ सरकार ने हाल ही में लोकसभा में कहा था कि एनडीएमसी के सफाई कर्मचारियों को जनवरी तक का वेतन दे दिया गया है। इसने कहा था, ‘‘दक्षिण दिल्ली नगर निगम ने जानकारी दी है कि उसके कर्मचारियों का वेतन लंबित नहीं है।’'