By प्रिया मिश्रा | Jul 21, 2022
पूजा घर की दिशा
घर में पूजाघर बनवाते समय या मंदिर रखने के समय पूजा घर की दिशा का विशेष ध्यान रखना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार, मंदिर हमेशा ईशान यानी उत्तर पूर्व कोण या पूर्व में होना चाहिए। इस दिशा को देवताओं की दिशा माना जाता है। घर में मंदिर बनवाते समय ध्यान रखें कि पूजाघर कभी भी दक्षिण पश्चिम दिशा में नहीं होना चाहिए। इस दिशा में मंदिर होने से घर में अशांति फैलती है और कार्यों में रुकावट पैदा होती है।
पूजा करते समय इस दिशा में हो आपका मुख
घर में मंदिर की दिशा के साथ-साथ इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि पूजा करते हुए आपका मुख किस में है। इस बात का भी विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। इसके अलावा, घर के मंदिर में कभी भी लाल रंग के बल्ब नहीं लगाना चाहिए। इससे इंसान दिमागी रूप से परेशान रहता है। वास्तु के अनुसार, मंदिर में सफ़ेद रंग का बल्ब लगाना चाहिए, इससे सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
यहाँ ना बनवाएं मंदिर
वास्तु के अनुसार, घर में मंदिर कभी भी बेडरूम, किचन, सीढ़ियों के नीचे या बेसमेंट में नहीं बनवाना या रखना चाहिए। इसके अलावा, मंदिर कभी भी टॉयलट के सामने, ऊपर या नीचे नहीं होना चाहिए। ऐसा होने से वास्तुदोष का प्रभाव घर के सदस्यों पर पड़ता है।
मंदिर में ना रखें ऐसे मूर्तियां
वास्तु शास्त्र के अनुसार, मंदिर में कभी भी खंडित मूर्ति नहीं रखनी चाहिए। इससे घर में नकारत्मकता फैलती है। यदि मंदिर में कोई खंडित मूर्ति है तो जल्द ही उसे प्रवाह कर दें। इसके अलावा मंदिर में पूर्वजों की फोटो भी नहीं रखनी चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार, मंदिर में भूलकर भी बासी फूल भी नहीं रखने चाहिए। अगर मंदिर में बासी फूल पड़े हुए हैं तो उसे प्रवाहित कर दें।
पूजा घर में बिछाएं पीले रंग का कपड़ा
वास्तु के मुताबिक, मंदिर में पीले रंग का कपड़ा बिछाना शुभ माना जाता है। मंदिर में कभी भूलकर भी लाल रंग के कपडे़ ना बिछाएं। ऐसा करने से मन शांत नहीं रहता है।
ना रखें ऐसी तस्वीरें
कई बार हम मंदिर में एक ही भगवान की कई तस्वीर लगा देते हैं। लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार यह बिल्कुल गलत है। इसके अलावा घर के मंदिर में कभी शिवलिंग नहीं रखना चाहिए। अगर रखना भी हो तो शिवलिंग को घर के बाहर गमले में रखें।
- प्रिया मिश्रा