By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jan 03, 2020
इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने बृहस्पतिवार को कहा कि ऐतिहासिक करतारपुर गलियारे का उद्घाटन 2019 में देश की विदेश नीति में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम था। करतार गलियारे से भारतीय तीर्थयात्रियों को सिख धर्म के पवित्रतम तीर्थस्थलों में से एक तक वीजा-मुक्त यात्रा करने की सुविधा मिली है। विदेश कार्यालय (एफओ) की प्रवक्ता आयशा फारूकी ने साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में 2019 में देश की विदेश नीति की सफलता को रेखांकित करते हुए यह टिप्पणी की।
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उन्होंने कहा कि विदेश नीति क्षेत्र में एक और महत्वपूर्ण घटनाक्रम नौ नवंबर 2019 को प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा करतारपुर साहिब गलियारे का उद्घाटन था। उन्होंने कहा कि समारोह में पूर्व भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित कई गणमान्य लोगों और 12,000 से अधिक सिख श्रद्धालुओं ने भाग लिया। एक अन्य सवाल के जवाब में, फारूकी ने कहा कि पाकिस्तान दक्षेस प्रक्रिया को बहुत महत्व देता है क्योंकि यह एक क्षेत्रीय संगठन है और सभी सदस्य देशों के लिए लाभकारी है।
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भारत का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘दुर्भाग्य से, हम ऐसी स्थिति का सामना कर रहे हैं जहां प्रक्रिया एक खास सदस्य की वजह से बाधित है। भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह एक न्यायिक प्रक्रिया है और इसमें महत्वपूर्ण कारक जुड़े हैं।’’हालांकि, उन्होंने आगे कोई भी ब्यौरा देने से इंकार इनकार कर दिया। जाधव को पाकिस्तान में मौत की सजा सुनायी गयी है। चीन के साथ संबंधों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि 2019 में चीन के साथ रणनीतिक, सहकारी साझेदारी और प्रगाढ़ हुयी तथा प्रधानमंत्री खान ने अप्रैल और अक्टूबर में दो बार चीन की यात्राएं कीं। उन्होंने कहा कि चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा परियोजना भी तेजी से आगे बढ़ रही है।
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प्रवक्ता ने कहा कि चीन-पाकिस्तान मुक्त व्यापार समझौता का दूसरा चरण पहली जनवरी से प्रभावी हो गया है। उन्होंने कहा कि 2019 में अमेरिका के साथ सकारात्मक संबंध और मजबूत हुए और अफगानिस्तान में शांति और सुलह प्रक्रिया में पाकिस्तान के सकारात्मक योगदान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार किया गया।