By रेनू तिवारी | Apr 21, 2025
जमशेदपुर में अशांति फैलाने वाली एक चौंकाने वाली घटना में राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और झारखंड के राज्य अध्यक्ष विनय सिंह की रविवार, 20 अप्रैल को गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह हत्या दिनदहाड़े हुई, जिससे पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई और व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए।
झारखंड करणी सेना प्रमुख को गोली लगने से मौत
विनय सिंह को रविवार शाम जमशेदपुर के बालीगुमा इलाके में पंजाब ढाबा के पास सिर में गोली लगने से मृत पाया गया। उनके बाएं हाथ से एक पिस्तौल बरामद की गई। सिंह शनिवार सुबह से ही संपर्क में नहीं थे, जिसके बाद उनके परिवार ने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने उनके मोबाइल लोकेशन का पता लगाया और शव बरामद किया। सिंह कुछ अन्य लोगों के साथ घर लौट रहे थे, तभी बंदूकधारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-33 पर एक होटल के पास गोलीबारी की, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
वारदात को कैसे दिया गया अंजाम
रिपोर्ट के अनुसार विनय सिंह अपने कुछ साथियों के साथ मानगो बालीगुमा से लौट रहे थे। जैसे ही वह ढाबे के पास एक गली में पहुंचे, अपराधियों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। सिंह को गोली लगी और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। बताया जाता है कि उन्होंने आत्मरक्षा में अपनी लाइसेंसी पिस्तौल से जवाबी फायरिंग करने की कोशिश की, लेकिन इससे पहले कि वह प्रभावी ढंग से जवाब दे पाते, उनकी मौत हो गई।
झारखंड करणी सेना प्रमुख की मौत पर पुलिस का बयान
डीएसपी बचन देव कुजूर ने कहा, "विनय सिंह सुबह घर से निकले थे। उनके परिवार ने उनके लापता होने की सूचना दी। आज शाम उनका शव पास के एक खेत में मिला। उनके बाएं हाथ में एक देसी पिस्तौल मिली और उनकी मोटरसाइकिल भी बरामद की गई। बाकी जांच का विषय है।" सिंह की मौत की खबर से उनके समर्थकों में आक्रोश फैल गया, जो रविवार देर रात एकत्र हुए और जमशेदपुर को कोलकाता और ओडिशा से जोड़ने वाले प्रमुख मार्ग डिमना चौक के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-33 को जाम कर दिया। करणी सेना के सदस्यों द्वारा हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग के कारण राजमार्ग करीब दो घंटे तक जाम रहा।
ग्रामीण पुलिस अधीक्षक रात करीब एक बजे मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से प्रशासन का सहयोग करने की अपील की। उन्होंने उन्हें आश्वासन दिया कि त्वरित और निर्णायक कार्रवाई की जाएगी और अपराधी जल्द ही सलाखों के पीछे होंगे। उनके आश्वासन के बाद नाकाबंदी हटा ली गई। पुलिस ने विस्तृत जांच शुरू कर दी है और कहा है कि सभी संभावित कोणों की जांच की जा रही है। गौरतलब है कि करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की दिसंबर 2023 में उनके घर के अंदर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के तुरंत बाद लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्य रोहित गोदारा ने अपराध की जिम्मेदारी ली थी।