कर्नाटक के मंत्री आरबी तिम्मापुर ने पहलगाम आतंकी हमले पर बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया है। मंत्री ने दावा किया कि उन्हें नहीं लगता कि किसी आतंकवादी ने पीड़ितों को गोली मारने से पहले उनका धर्म पूछा होगा। आपको बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में बचे लोगों ने दावा किया था कि आतंकियों ने उन्हें मारने से पहले लोगों से उनका धर्म पूछा था।
कर्नाटक के आबकारी मंत्री ने मीडिया से कहा, 'एक व्यक्ति जो गोली चला रहा है, क्या वह जाति या धर्म पूछेगा? वह बस गोली चलाएगा और चला जाएगा। व्यावहारिक रूप से सोचें। वह वहां खड़ा होकर नहीं पूछेगा, पूछेगा और फिर गोली चला देगा।'
मंत्री ने कहा कि देश पर्यटकों पर हुए जघन्य हमले से परेशान है। उन्होंने आरोप लगाया कि हमले को धार्मिक मुद्दे के रूप में चित्रित करने के लिए 'साजिश' रची जा रही है।
मंत्री ने कहा, 'मुझे लगता है कि जब वे आतंकवादी हमला कर रहे थे, तब उन्होंने धर्म के बारे में नहीं पूछा। अगर उन्होंने पूछा होता, तो धर्म के आधार पर मुद्दे का राजनीतिकरण करने के लिए इस तरह के बयान का इस्तेमाल करने का पागलपन नहीं होना चाहिए।'
तिम्मापुर ने आगे बताया कि कर्नाटक के मारे गए व्यवसायी मंजूनाथ की पत्नी पल्लवी ने कहा था कि मुसलमानों ने उनके बेटे को बचाया था। न्यूज18 ने उनके हवाले से कहा, 'उसने कहा कि मुसलमानों ने उसके बेटे को बचाया। देखिए, त्रासदी के परिणामस्वरूप, उसका दिमाग थोड़ा नियंत्रण खो सकता है। लेकिन कुल मिलाकर, अगर आप इसे देखें, तो कितने मुसलमानों ने हिंदुओं को बचाया है? अगर आप मुझसे पूछें, तो मुसलमानों को आतंकवादियों ने क्यों मारा?'