By रेनू तिवारी | Jul 14, 2021
उत्तराखंड सरकार ने कोविड-19 महामारी को देखते हुए लगातार दूसरे वर्ष वार्षिक कांवर यात्रा को बंद करने का फैसला किया है। कांवर यात्रा के संबंध में मंगलवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने यह फैसला लिया। वहीं दूसरी तरह उत्तर प्रदेश सरकार ने संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए कड़े प्रतिबंधों के साथ कांवर यात्रा को आगे बढ़ाने का फैसला किया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि आरटी-पीसीआर परीक्षण रिपोर्ट नकारात्मक आने के बाद ही भक्तों को कांवड़ यात्रा में भाग लेने की अनुमति दी जाए।
सूत्रों के मुताबिक, यूपी के सीएम आदित्यनाथ ने उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी को भी फोन करके राज्य से सीमित संख्या में श्रद्धालुओं को कांवड़ यात्रा के लिए हरिद्वार जाने की अनुमति देने का अनुरोध किया। दिलचस्प बात यह है कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड दोनों में अगले साल चुनाव होने हैं।
कांवर यात्रा हिंदू कैलेंडर के अनुसार श्रावण के महीने के दौरान की जाने वाली दो सप्ताह की लंबी वार्षिक तीर्थयात्रा है। भगवान शिव के भक्त अपने स्थानीय गांव के मंदिरों के लिए गंगा नदी से पवित्र जल लाने के लिए पैदल या साइकिल पर हरिद्वार जाते हैं। इस साल कांवड़ यात्रा 25 जुलाई से शुरू हो रही है।
अयोध्या में हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास ने कांवड़ यात्रा की अनुमति देने के यूपी सरकार के फैसले की सराहना करते हुए कहा कि तीर्थयात्रा को कोविड प्रोटोकॉल के साथ किया जाना चाहिए। महंत राजू दास ने कहा, "यह निराशाजनक है कि उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ यात्रा रद्द कर दी है, खासकर ऐसे समय में जब राज्य के पर्यटन स्थलों पर देश भर से भीड़ उमड़ रही है।"