By अभिनय आकाश | Feb 15, 2021
बिहार विधानसभा चुनाव के बाद से ही नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड की तरफ से अन्य दलों के नेताओं को अपने पाले में लाने की लगातार कोशिशें हो रही हैं। कभी रालोसपा के उपेंद्र कुशवाहा की नीतीश से बार-बार होती मुलाकात से उनकी पार्टी के जदयू में विलय की अटकलें लगाई जाती है। कभी ओवैसी की पार्टी के विधायक की जदयू नेताओं से मुलाकात सूबे की सरगर्मियां बढ़ाती है। वहीं बसपा के एकमात्र विधायक ने तो जदयू का दामन थाम भी लिया। बीते दिनों लोजपा सांसद चंदन सिंह ने नीतीश कुमार से मुलाकात की। बिहार में एक बार फिर अटकलों का बाजार गर्म हैं और वजह है भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता और जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार की नीतीश के करीबी मंत्री से मुलाकात।
दरअसल, कन्हैया कुमार ने बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी से मुलाकात की है। जिसके बाद से ही ये कयास लगाए जा रहे हैं कि कन्हैया जदयू में शामिल हो सकते हैं। बता दें कि सीपीआई ने हाल ही में कन्हैया कुमार के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया था। कन्हैया पर सीपीाई नेता के साथ मारपीट करने का ओरप है। कन्हैया वर्तमान में सीपीआई की नेशनल एग्जीक्यूटिव काउंसिल के सदस्य हैं।
बीजेपी ने कहा- पहले माफी मांगे
बीजेपी के प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि कन्हैया कुमार नेता बन रहे थे। सरकार के खिलाफ और प्रधानमंत्री के खिलाफ लगातार बोल रहे थे। जिस कम्युनिस्ट पार्टी के लिए वो काम कर रहे थे उसी ने उनके खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया है। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि मुलाकात की वजह के बारे में उन्हें नहीं पता लेकिन किसी को अपना वजूद बचाना होगा तो एनडीए के साथ रहकर ही बचा सकता है। कन्हैया के एनडीए में शामिल होने को लेकर प्रेम रंजन पटेल ने साफ किया कि कन्हैया कुमार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से माफी मांगना पड़ेगी।