By अंकित सिंह | May 20, 2022
मध्यप्रदेश में भी राजनीति लगातार जारी है। आने वाले नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव को लेकर कांग्रेस अपनी तैयारी में जुट गई है। अच्छा प्रदर्शन करने के लिए कांग्रेस लगातार मंथन कर रही है। कांग्रेस कार्यालय में पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में कमलनाथ ने चुनाव जीतने के लिए कई तरह से काम करने को कहा। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भी जमकर क्लास लगा दी। इतना ही नहीं, वह कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भाजपा से सीखने की नसीहत भी देखें।
कार्यकर्ताओं को नसीहत
अपने बयान में कमलनाथ ने कहा कि भाजपा का जो ज़मीन से जुड़ा हुआ व्यक्ति है उसको कोई बोलने नहीं जाता कि तुम यहां जाओ। पर कांग्रेस के लोग इंतजार करते हैं कि कोई आए हमें बोले तभी हम जाएंगे। उन्होंने कहा कि किसी पर आप निर्भर मत रहिए। ये मत कहना कि विधायक आकर करेगा या नेता आकर करेगा। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुत सारे नेता हैं जिन्हें मैं पूछता हूं कि पिछली बार आपके गांव का क्या रिजल्ट था, आपके वार्ड का क्या रिजल्ट था। दूध का दूध और पानी का पानी हो जाता है। सबसे बड़ी माला लेकर आएंगे, सबसे ज्यादा ज़िंदाबाद परन्तु अपना गांव हारेंगे, अपना वार्ड हारेंगे।
प्रदेश बंद को कांग्रेस ने दिया समर्थन
उच्चतम न्यायालय ने मध्य प्रदेश के स्थानीय निकाय चुनावों में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को आरक्षण की अनुमति दे दी है। इसके बाद भी समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले एक संगठन ने बृहस्तिवार को कहा कि ओबीसी वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण देने की अपनी मांग पर दबाव बनाने के लिए वह 21 मई को ‘‘ प्रदेश बंद’’ के आह्वान पर कायम है। इस बीच, कांग्रेस ने ओबीसी संगठन-पिछड़ा वर्ग महासभा द्वारा दिए गए बंद के आह्वान का समर्थन किया है।