भोपाल। मध्य प्रदेश में सरकार बनने से पहले कांग्रेस पार्टी ने राम वनवास के समय मध्यप्रदेश की सीमा में बिताए गए भगवान राम,सीता और लक्ष्मण के समय और इस दौरान पौराणिक कथाओं में बताए गए मार्ग को बनाने का वादा वचन पत्र में किया था। राम पथ गमन के नाम से यह मार्ग अब सरकार बनने के बाद कमलनाथ ने बनवाने की पहल शुरू कर दी है। जिसके लिए बाकायदा एक ट्रस्ट बनाया जा रहा है। इस ट्रस्ट में साधु-संतों के साथ जन-प्रतिनिधियों को शामिल किया जाएगा। खास बात यह है कि राम पथ गमन बनाने के लिए सरकारी पैसे के साथ भक्तों से भी दान लिया जाएगा। राम पथ गमन के लिए सर्वे और निर्माण का काम सड़क निर्माण विभाग को सौंपा गया है।
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राम पथ गमन निर्माण को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अधिकारीयों की बैठक ली और इस बैठक में यह तय किया गया कि पहले चरण में 30 किलोमीटर अमरकंटक और 30 किलोमीटर चित्रकूट क्षेत्र से पथ बनाया जाएगा। जिसकी चौड़ाई कम से कम 8 फीट चौड़ा रहेगा। इस दौरान मुख्यमंत्री कमलनाथ ने काम तेज़ी से किए जाने और और राम पथ गमन के रास्ते में दोनों ओर पेड़ लगाए जाने के निर्देश भी दिए। सरकार पहले चरण में काम के लिए 22 करोड़ रूपए जारी करेगी। इसी के साथ सरकार ने यह भी कहा है कि अगले चरण के लिए बजट की कमी नहीं आने दी जाएगी। इसके लिए वह भक्तों से भी दान की अपील करेगी।
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