विजयवाड़ा में बोले जेपी नड्डा, हर कार्यकर्ता के घर पर लगना चाहिए भाजपा का झंडा, कमल के निशान के बिना हमारा अस्तित्व नहीं

By अभिनय आकाश | Jun 06, 2022

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में शक्ति केंद्र प्रमुख सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि विजयवाड़ा वीर अर्जुन की तपस्या भूमि है। ये संस्कृति की राजधानी है और यहां पर तेलगू सबसे शुद्ध तरीके से उच्चारित की जाती है। आज मैं विजयवाड़ा आया हूं, मुझे लगता है कि यह धरती आयोजकों ने सही चुनी है। क्योंकि हम संगठन के माध्यम से विचारधारा की विजय हासिल करने के लिए आए हैं। हम सभी को राष्ट्र के विकास का वाहक बनना पड़ेगा। हमें राष्ट्र को मजबूत बनाने के लिए अपने आप को आहुत करना पड़ेगा। हमें सबका साथ हो, सबका विकास हो, सबका विश्वास मिले इसके लिए हमें सबका प्रयास करना पड़ेगा।

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जेपी नड्डा ने कहा कि आप सब शक्ति केंद्र के प्रमुख हैं, मुझे बताया गया है कि 10 हजार से ज्यादा शक्ति केंद्र हैं और 6 हजार से अधिक शक्ति केंद्रों पर हमनें नियुक्तियां कर दी हैं। बचे हुए 4 हजार शक्ति केंद्रों पर भी आप अगले 2 महीनों में नियुक्तियां कर देंगे। सबसे पहला काम है कि हर शक्ति केंद्र पर 4 या 5 बूथ आते हैं। देश में 10.40 लाख बूथ हैं और यहां लगभग 46 हजार बूथ हैं। हमें उन सभी 46 हजार बूथों तक पहुंचना है। हमें हर बूथ पर बैठक लेनी है और उस बूथ की बैठक में हमें चर्चा करनी है कि वहां की समस्याएं क्या हैं। वहां पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से किन गरीब लोगों को अन्न मिल रहा है, उससे उसके जीवन में क्या फर्क आया है। 

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जेपी नड्डा ने कहा कि हर कार्यकर्ता के घर पर भाजपा का झंडा लगना चाहिए। हमारा अस्तित्व बिना कमल के निशान के नहीं है। कमल है तो हम हैं, कमल है तो पार्टी है, कमल है तो विचारधारा है। घर घर जाकर जनसंपर्क करना है और जिस जिस घर जाएं वहां वहां स्टिकर लगाएं। जिससे पता चले कि भाजपा का कोई कार्यकर्ता यहां आया था। उस घर के सदस्यों से बात करनी है और उन्हें भाजपा से जुड़ने के लिए प्रेरित करना है। भाजपा एक ऐसी पार्टी है जिसके पास नेता है, नीति है, नियत है, कार्यक्रम है, कार्यकर्ता और वातावरण है। देश में बाकी सभी राजनीतिक दलों के पास अगर नेता है तो नियत नहीं है, नियत है तो नीति नहीं है, नीति है तो कार्यक्रम नहीं है और अगर कार्यक्रम है तो कार्यकर्ता नहीं है। 

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