अध्यक्ष बनने के बाद जेपी नड्डा के सामने कई राजनीतिक चैलेंज हैं। अपने स्वर्णीम काल में चल रही भाजपा को इससे भी आगे लेकर जाने के साथ ही उन राज्यों में भगवा झंडा लहराना जहां आरएसएस से लेकर भाजपा के प्रयोग भी उतने कारगर साबित नहीं हुए हैं। हालांकि, बंगाल में भाजपा ने अपने पैर पसार लिए हैं और ममता के अखंड राज पर अनिश्चितता के बादल मंडराने लगे हैं। लेकिन दक्षिण के राज्यों में भी भाजपा की गाड़ी को दौड़ाना और केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना व तमिलनाडू जैसे प्रदेश को भाजपा के लिए उत्तर प्रदेश बनाना जेपी नड्डा की सबसे बड़ी चुनोती होगी।
बहरहाल, बिहार विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद बीजेपी एक बार फिर अपने अगले मिशन के लिए तैयार दिखाई दे रही है। अगले साल होने वाले 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों और 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों को देखते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 100 दिन का प्लान तैयार किया है। इसके तहत बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा पूरे देश का दौरा करेंगे। इस दौरान वह सभी राज्यों में पार्टी नेताओं से मिलेंगे और कैडरों के साथ बैठक करेंगे। अपनी यात्रा के दौराना भाजपा अध्यक्ष प्रोफेसर, मीडिया कर्मियों, लेखकों, कलाकारों और कार्यकर्ताओं सहित लगभग 200 प्रमुख हस्तियों से भी मुलाकात करेंगे। जेपी नड्डा ने सभी राज्यों को ए, बी, सी और डी श्रेणियों में वर्गीकृत किया है। श्रेणी ए वे राज्य हैं जहां बीजेपी या सहयोगियों के साथ गठबंधन में है। इसमें नागालैंड, बिहार, कर्नाटक, त्रिपुरा आदि जैसे राज्य शामिल है। श्रेणी बी में उन राज्यों से संबंधित है जहां भाजपा राजस्थान, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब, ओडिशा की तरह सत्ता में नहीं है। श्रेणी सी छोटे राज्यों जैसे लक्षद्वीप, मेघालय और मिजोरम से संबंधित है और श्रेणी डी केरल, पश्चिम बंगाल, असम, पुड्डुचेरी और तमिलनाडु जैसे चुनाव-आधारित राज्यों के लिए है उत्तर प्रदेश को छोड़कर, नड्डा सी श्रेणी में रखे गए राज्यों में 2 दिन के लिए रहेंगे। यूपी में राष्ट्रीय अध्यक्ष 8 दिन तक प्रचार करेंगे।- अभिनय आकाश