By अंकित सिंह | Mar 05, 2024
लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा अपने मिशन दक्षिण में जुटी हुई है। इसी कड़ी में आज पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा कर्नाटक के दौरे पर हैं। उन्होंने कर्नाटक के बेलगावी में बूथ समावेश रैली को संबोधित करते हुए कहा कि मैं अपनी पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देता हूं जो अपने देश के लिए दिन-रात काम करते हैं। वे न केवल हमारी पार्टी को मजबूत करते हैं बल्कि अपने ऊपर होने वाले दुर्व्यवहार को भी सहन करते हैं।' उन्होंने कहा कि आप भाग्यशाली हैं कि आप एक दृढ़ दृष्टिकोण वाली विचारधारा आधारित पार्टी के कार्यकर्ता हैं।
नड्डा ने कहा कि भाजपा ने जनसंघ के रूप में 1951-52 में कहा था कि एक देश में, दो निशान-दो विधान-दो प्रधान नहीं रहेंगे। तो हमने 2020 में धारा 370 को धराशायी कर दिया। उन्होंने कहा कि हमने कहा था कि हम राम मंदिर बनाने के रास्ते को प्रशस्त करेंगे। 22 जनवरी, 2024 को प्रधानमंत्री मोदी जी कर कमलों से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई और हमने अपना वादा पूरा किया। उन्होंने दावा किया कि हम एकमात्र पार्टी हैं जिसने तीन तलाक के माध्यम से हमारी मुस्लिम महिलाओं पर होने वाले अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि एक तरफ हमारे पास मोदी जी हैं, जिन्होंने भारतीयों की क्षमताओं पर भरोसा किया और उनमें नया आत्मविश्वास पैदा करने में मदद की। दूसरी ओर, हमारे पास ऐसे लोग हैं जो भारत के युवाओं को "आलसी" कहने का साहस करते हैं... वे भारतीयों की क्षमताओं का अपमान करते हैं। विपक्ष पर वार करते हुए उन्होंने कहा कि कर्नाटक को एहसास हो गया होगा कि उनकी राज्य सरकार उन्हें कैसे धोखा दे रही है। कांग्रेस के चुनाव जीतने के बाद विधानसौधा में लोगों ने लगाए 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे...क्या यही है राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' का मकसद? खड़गे ने इसकी निंदा क्यों नहीं की?
उन्होंने आरोप लगाया कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण करने वाली सरकार है। कांग्रेस पार्टी परिवारवाद और तुष्टिकरण करने वाली पार्टी है। INDI गठबंधन केवल परिवार और भ्रष्टाचार का गठबंधन है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के प्रति कांग्रेस का रवैया सहिष्णु है। उनके राज में कैफे जैसे आम मिलन स्थलों पर धमाचौकड़ी मची रहती थी। कांग्रेस वही पार्टी है जिसने श्री राम के अस्तित्व को ही नकार दिया था। कांग्रेस मंदिरों पर टैक्स लगा रही है। उनके मन में हिंदुओं के प्रति इतना आक्रोश क्यों है?