By नीरज कुमार दुबे | Mar 28, 2023
संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में आज का दिन भी हंगामेदार रहा और बिना किसी कामकाज के दोनों सदनों की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा। उधर, भाजपा संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी सांसदों के साथ आगामी रणनीति बनाई तो वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के नेतृत्व में कांग्रेस सांसदों ने भी बैठक कर अपने आगे के कार्यक्रमों की रूपरेखा बनाई। जहां तक भाजपा संसदीय दल की बैठक की बात है तो आपको बता दें कि भाजपा संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्र सरकार की जन-कल्याणकारी योजनाओं की सफलताओं पर चर्चा की। साथ ही, उन्होंने सांसदों को किसी भी हंगामे और व्यवधान से विचलित हुए बिना देश हित में अपना योगदान देते रहने का आह्वान किया। आज की बैठक में प्रधानमंत्री का पूर्वोत्तर राज्यों में मिली चुनावी जीत के लिए अभिनंदन भी किया गया।
बैठक के बाद केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि अप्रैल में 'मन की बात' का 100वां एपिसोड होगा उसके लिए प्रधानमंत्री ने सांसदों और आम जनता से आह्वान किया है कि अगर आपके इलाके में कुछ विशेष है तो बताएं। वहीं केंद्रीय संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि हमारी पार्टी के स्थापना दिवस 6 अप्रैल से बाबा साहब अंबेडकर की जन्म तिथि 14 अप्रैल तक हम सामाजिक न्याय सप्ताह के रूप में मनाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के 9 साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री ने सांसदों को 15 मई से 15 जून तक अपने क्षेत्रों में सरकार की योजनाओं का प्रचार करने के लिए कहा है।
उधर, संसद भवन स्थित कांग्रेस संसदीय कार्यालय में कांग्रेस अध्यक्ष व राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कांग्रेस के सांसदों के साथ बैठक की। बैठक के बाद पार्टी ने कहा कि हम इस तानाशाह सरकार के खिलाफ आवाज़ बुलंद करते रहेंगे और अडानी महाघोटाले पर सवाल पूछते रहेंगे।
दूसरी ओर, भाजपा के OBC सांसदों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने धरना दिया और कांग्रेस नेता राहुल गांधी से उनकी 'मोदी सरनेम' टिप्पणी पर माफी मांगने की मांग की। वहीं संसद की कार्यवाही की बात करें तो आपको बता दें कि राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य करार दिये जाने के विरोध स्वरूप काले कपड़े पहनकर आए कांग्रेस के सदस्यों ने आज भी लोकसभा में भारी हंगामा किया। कांग्रेस के कुछ सांसदों ने कागज फाड़कर आसन की ओर फेंके और एक सदस्य ने आसन के सामने काला कपड़ा रखने का प्रयास किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही शुरू होने के एक मिनट के अंदर ही 2 बजे तक स्थगित कर दी गई।
वहीं राज्यसभा में भी विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण सदन की बैठक शुरू होने के करीब दस मिनट बाद ही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। उच्च सदन में आज भी शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं हो पाया। सभापति ने नियम 267 का जिक्र करते हुए कुछ कहना चाहा लेकिन हंगामे की वजह से वह अपनी बात पूरी नहीं कर पाए। उन्होंने हंगामा कर रहे सदस्यों से शांत रहने और कार्यवाही चलने देने की अपील की। लेकिन सदन में व्यवस्था बनते नहीं देख उन्होंने 11 बज कर करीब 10 मिनट पर बैठक दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।