जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर कोविड-19 संकट के दौर में ‘तुच्छ राजनीति’ करने का आरोप लगाया

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 14, 2020

बेंगलुरु। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रविवार को कांग्रेस पर कोविड-19 संकट के दौर में ‘तुच्छ राजनीति’’ करने का आरोप लगाया। उन्होंने कांग्रेस से कहा कि ऐसी स्थिति में विपक्ष के तौर पर कैसा व्यवहार करना चाहिए, उसे उनकी पार्टी से इसका ‘ट्यूशन’ लेना चाहिए। नड्डा कर्नाटक में डिजिटिल जन संवाद रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने पूर्व अमेरिकी राजनयिक निकोलस बर्न्स के साथ बातचीत के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी की कथित टिप्पणी को लेकर भी निशाना साधा। नड्डा ने कहा कि कांग्रेस को अपने बदलते ‘ डीएनए’ की चिंता करनी चाहिए। नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई आगे बढ़कर लड़ रहे हैं और दुनिया भी इसे मान रही है।

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उन्होंने कहा, ‘‘मोदी ने आगे बढ़कर लड़ाई लड़ी... मोदी ने कोविड-19 के दौरान साहसभरे और समय से जो फैसला लिया, दुनिया ने उसे स्वीकार किया।’’ भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में सब को साथ लेकर चल रहे हैं। देश में अगर कोई प्रधानमंत्री हुए हैं जिनकी बातों का लोगों ने सम्मान के साथ पालन किया है तो शास्त्री जी (लाल बहादुर शास्त्री) के बाद वह नरेंद्र मोदी ही हैं।’’ उन्होंने रेखांकित किया कि जब प्रधानमंत्री ने जनता कर्फ्यू का आह्वान किया तो देश के लोगों ने उसका पूरी तरह से पालन किया, वे कोरोना योद्धाओं के लिए ताली बजाने और दीया जलाने आए। उन्होंने मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के छह साल की प्रशंसा करते हुए कहा कि छह दशक के अंतर को छह साल में पाटा गया है और मौजूदा कार्यकाल का एक वर्ष एक साथ तीन तलाक के खत्म किए जाने और संशोधित नागरिकता कानून लाने सहित कई उपलब्धियों से भरा है।

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नड्डा ने कहा, ‘‘नरेंद्र मोदी के ऊर्जावान नेतृत्व में छह साल में 60 साल के अंतर को पाटा गया... मोदी के सत्ता में आने से पहले देश नीतिगत जड़ता, धराशायी प्रशासन और भ्रष्टाचार के दौर से गुजर रहा था लेकिन छह साल में उन्होंने भारत के गौरव को पुन: स्थापित किया।’’ जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद-370 को समाप्त करने की उपलब्धि को रेखांकित करते हुए नड्डा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग इस फैसले से प्रसन्न हैं। उन्होंने कहा कि पहले भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच तक नहीं होती थी, लेकिन अब केंद्र शासित प्रदेश में भ्रष्टाचार निरोधक कानून प्रभावी है और जम्मू-कश्मीर बैंक घोटाले की जांच शुरू हो गई है तथादोषियों को जेल भेजा जाएगा। विपक्ष पर हमला करते हुए नड्डा ने कोविड-19 संकट के दौर में उनके व्यवहार को गैर जिम्मेदाराना ठहराया। उन्होंने कहा, ‘‘ मैं बहुत दुख से कह रहा हूं कि जब पूरा देश कोरोना वायरस की महामारी से लड़ रहा था तो विपक्ष वीडियो कांफ्रेंस के जरिये देश को कमजोर करने की रणनीति बना रहा था।’’

उन्होंने कहा कि विपक्ष की अपनी लंबी पारी में भाजपा हमेशा संकट के समय बिना राजनीति में शामिल हुए देश के साथ खड़ी रही। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि लेकिन दुर्भाग्य से कांग्रेस के लिए हमेशा केवल राजनीति, राजनीति और केवल राजनीति होती है न कि देश। उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप (कांग्रेस) नहीं जानते कि विपक्ष में रहकर कैसे व्यवहार किया जाता है तो हमसे ट्यूशन ले लें, हम आपको सिखा देंगे।’’ नड्डा ने कहा कि भाजपा के लिए पार्टी से बड़ा देश है लेकिन उनके (कांग्रेस)लिए देश से बड़ी पार्टी है और संकट के समय भी वह राजनीति में शामिल है। इस डिजिटल रैली में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा, केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, डीवी सदानंद गौड़ा, प्रहलाद जोशी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार कटील भी शामिल रहे।

लॉकडाउन पर कांग्रेस नेता द्वारा सवाल उठाने पर नड्डा ने कहा कि उनकी पार्टी के शासन वाले राजस्थान और पंजाब पहले राज्य थे जिन्होंने लॉकडाउन को लागू किया। यहां तक कि जब ढील दी गई तब भी वहां पाबंदी जारी है। उन्हें इससे समस्या है। भारत के डीएनए संबंधी राहुल गांधी की टिप्पणी पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि ‘‘क्या आप भूल गए कि कौन अहसहिष्णु बन रहा है, क्या आप आपातकाल भूल गए हैं? नड्डा ने कहा, ‘‘देश के डीएनए की चिंता नहीं करें बल्कि कांग्रेस के बदल रहे डीएनए की फिक्र करें, अगर आप इसका ध्यान रखेंगे तो आपके स्वास्थ्य और देश के राजनीतिक स्वास्थ्य के लिए बेहतर होगा।

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