By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jul 04, 2023
रूस के चेचन्या प्रांत में अज्ञात नकाबपोश हमलावरों ने मंगलवार को एक पत्रकार और वकील पर हमला कर उनकी पिटाई की। यह हमला इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर जारी मानवाधिकारों के हनन के हिंसक ‘पैटर्न’ को उजागर करता है। नोवाया गजेटा की पत्रकार ऐलेना मिलाशिना और वकील अलेक्जेंडर नेमोव दो स्थानीय कार्यकर्ताओं की मां जरेमा मुसायेवा के मुकदमे में भाग लेने के लिए चेचन्या पहुंचे थे। उनके पुत्रों ने चेचन्या के अधिकारियों को चुनौती दी है। हवाई अड्डे के बाहर पत्रकार और वकील के वाहन को अनेक कारों ने घेर लिया और कई नाकाबपोश हमलावरों ने उनकी पिटाई की।हमलावरों ने उनके सिर पर बंदूकें तान दीं और उनके उपकरण भी तोड़ दिए। नोवाया गजेटा ने बताया कि मिलाशिना के सिर पर गहरी चोट आई है और उनकी कई उंगलियां टूट गई हैं। नेमोव के पैर पर गहरा घाव है।
समाचार पत्र के अनुसार, घायलों को चेचन्या के मुख्य शहर ग्रोज्नी के एक अस्पताल में ले जाया गया और बाद में उत्तरी ओसेतिया के बेसलान में ले जाया गया, जहां मिलाशिना बार-बार बेहोश हो रही थीं। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने पत्रकारों के साथ एक कॉन्फ्रेंस कॉल में कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को घटना के बारे में जानकारी दी गई है। पेसकोव ने कहा कि यह एक बहुत ही गंभीर हमला था जिसके लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों को सख्त कदम उठाने की जरूरत है। रूसी मानवाधिकार लोकपाल तात्याना मोस्काल्कोवा ने जांचकर्ताओं से मिलाशिना और नेमोव पर हमले की जांच करने को कहा है। मिलाशिना लंबे समय से चेचन्या में मानवाधिकारों के उल्लंघन को उजागर करती रही हैं और उन्होंने चेतावनियों, धमकियों तथा हमलों का सामना किया है।वर्ष 2020 में मिलाशिना और उनके साथ मौजूद एक वकील की दर्जनभर लोगों ने होटल की लॉबी में पिटाई की थी।
मिलाशिना और नेमोव पर मंगलवार को हुए हमले के कुछ घंटों बाद ग्रोज्नी की एक अदालत ने जरेमा मुसायेवा को पुलिस का हिंसक विरोध करने और अपमानित करने के आरोप में साढ़े पांच साल जेल की सजा सुनाई। जरेमा मुसायेवा वर्ष 2022 में अपनी गिरफ्तारी के बाद से हिरासत में हैं। न्यायाधीश रहे उनके उनके पति और दोनों कार्यकर्ता पुत्र चेचन्या छोड़ चुके हैं। चेचन्या के कद्दावर क्षेत्रीय नेता रमजान कादिरोव ने मुसायेवा के परिवार पर आतंकवादियों से संबंध रखने का आरोप लगाया है और कहा है कि उन्हें कैद कर लिया जाना चाहिए या मार दिया जाना चाहिए। क्रेमलिन ने दो विनाशकारी अलगाववादी युद्धों के बाद उत्तरी काकेशस क्षेत्र में स्थिरता बनाए रखने के लिए कादिरोव पर भरोसा किया है। लेकिन अंतरराष्ट्रीय अधिकार समूहों ने कादिरोव केसुरक्षा बलों पर असहमति व्यक्त करने वालों की गैर-न्यायिक तरीके से हत्या करने, उन्हें यातना देने और अपहरण करने का आरोप लगाया है।