रोजगार को लेकर गुमराह कर रहा है विपक्ष, संगठित-असंगठित क्षेत्र में बढ़ रही हैं नौकरियां: भाजपा
By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 10, 2022
नयी दिल्ली। राज्यसभा में भाजपा ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि सभी घरों में बिजली और नल से पानी पहुंचाने सहित उन तमाम दावों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने पूरा किया है जो संप्रग सरकार पूरा नहीं कर पायी तथा बेरोजगारी को लेकर विपक्ष देश को गुमराह कर रहा है जबकि संगठित एवं असंगठित, दोनों क्षेत्रों में रोजगार सृजित हो रहे हैं। उच्च सदन में आम बजट 2022-23 पर चर्चा में भाग लेते हुए भाजपा के सैयद जफर इस्लाम ने कहा कि पूर्व की संप्रग सरकार ने सभी घरों में बिजली आपूर्ति, नल से पेयजल, आतंकवाद को समाप्त करने जैसे जो तमाम वादे किये थे, उनमें से वह कोई भी पूरा नहीं कर पायी तथा वर्तमान सरकार ने इसे पूरा किया।
उन्होंने कहा कि इसीलिए उसे अंडर परफार्मिंग एलायंस (कम कामकाज करने वाला गठबंधन) यानी यूपीए कहा जाता था। उन्होंने कहा कि विपक्ष के सदस्यों ने बेरोजगारी के बारे में गुमराह करने वाले आंकड़े दिये हैं। उन्होंने कहा कि सबसे विश्वसनीय आंकड़े ईपीएफओ के होते हैं। सरकार हर महीने 10 लाख से अधिक रोजगार सृजित कर रही है और वह भी संगठित क्षेत्र में। उन्होंने कहा कि एक सामान्य नियम होता है कि जब संगठित क्षेत्र में एक रोजगार अवसर सृजित होता है तो असंगठित क्षेत्र में पांच अवसर पैदा होते हैं। उन्होंने कहा कि अमृत काल का मतलब है कि देश की आने वाली पीढ़ियों के लिए नौकरियां और सभी सुविधाएं हों। उन्होंने कहा कि सरकार की सभी नौकरियां जमीनी स्तर पर जरूरतों को ध्यान में रखकर बनायी गयी हैं तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसीलिए पसंदीदा नेता हैं क्योंकि वे जमीन पर जाकर लोगों से रुबरू होते हैं और उनकी जरूरतों को समझते हैं।
भाजपा सदस्य ने बजट में सब्सिडी घटाने के विपक्ष के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि उनकी सरकार दयावान सरकार है। उन्होंने, ‘‘हम जब भी देखते हैं कि यदि समाज के किसी वर्ग को जरूरत है तो हमारा बजट और हमारा खजाना (उस वर्ग की सहायता के लिए) खुल जाता है... हमने आत्मनिर्भर पैकेज के जरिये समाज के हाशिये पर चले गये लोगों को आगे बढ़ाया।’’ उन्होने कहा कि आगे भी यदि किसी को जरूरत हुई तो सरकार अपना खजाना खोल देगी ताकि किसी को असुविधा नहीं हो। उन्होंने कहा कि बजट में जितना भी आवंटन किया गया है, उसमें से प्रत्येक एक रूपये में से आठ पैसा पिछले बजट में भी सब्सिडी को दिया गया था और इस साल भी आठ पैसा सब्सिडी को दिया गया है।