By सुयश भट्ट | Mar 07, 2022
भोपाल। मध्य प्रदेश के कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने विधानसभा सत्र शुरू के बाद राज्यपाल के अभिभाषण का बहिष्कार किया। जिसके बाद कांग्रेस के हमलों का विधायक को सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता कमलनाथ से सोमवार को राज्य विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण का बहिष्कार करने की अनुमति नहीं मांगी। क्योंकि उन्हें एक विधायक के रूप में ऐसा करने का अधिकार था। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वह 100 बार विधानसभा की कार्यवाही का बहिष्कार करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने जनता और जनप्रतिनिधियों दोनों की आवाज सुनना बंद कर दिया है।
उन्होंने कहा कि मेरा फैसला सोच-समझकर लिया गया था, जल्दबाजी में नहीं लिया गया। मुझे ऐसा करने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि बीजेपी सरकार एक के बाद एक ऐसे फैसले ले रही है जो जनविरोधी हैं।
पटवारी ने कहा कि राज्य में शराब की दुकानों की संख्या 3500 से बढ़ाकर 7000 कर दी गई है। राज्य भर में गायों की मौत हो रही है। किसान, छात्र और समाज के अन्य सभी वर्ग पीड़ित थे। महंगाई बढ़ रही थी। उन्होंने कहा कि सरकार के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए कार्यवाही के बहिष्कार के अलावा मेरे पास क्या विकल्प बचा था।
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जब पटवारी से यह पूछा गया कि क्या उनके नेता की अनुमति के बिना उनके बहिष्कार से कांग्रेस विधायकों के बीच गलत संदेश नहीं जाएगा तब उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसा नहीं लगता। उन्होंने कहा कि उनका विरोध सोमवार को प्रतीकात्मक था और वह मंगलवार से विधानसभा की कार्यवाही में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य कमलनाथ को फिर से मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाना है और वह अपनी अंतिम सांस तक इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए काम करते रहेंगे।