By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jul 05, 2024
नयी दिल्ली। दूरसंचार कंपनी रिलायंस जियो ने मार्च, 2024 तिमाही में सबसे अधिक समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) 25,330.97 करोड़ रुपये दर्ज किया है। एजीआर के आधार पर सरकार स्पेक्ट्रम और लाइसेंस शुल्क की गणना करती है। दूरसंचार नियामक ट्राई की एक रिपोर्ट में बृहस्पतिवार को कहा गया कि भारती एयरटेल ने मार्च, 2024 तिमाही में अपने एजीआर में सबसे तेज वृद्धि देखी। रिलायंस जियो का एजीआर मार्च तिमाही के दौरान 10.21 प्रतिशत बढ़ा, जो एक साल पहले इसी अवधि में 22,985 करोड़ रुपये था।
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) की रिपोर्ट के अनुसार, एयरटेल का एजीआर मार्च, 2024 तिमाही में 13.25 प्रतिशत बढ़कर 20,951.91 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले समान अवधि में 15,500.36 करोड़ रुपये था। घाटे में चल रही वोडाफोन आइडिया ने एजीआर में साल-दर-साल 2.22 प्रतिशत की मामूली वृद्धि दर्ज की, जो 7,210.63 करोड़ रुपये से 7,370.75 करोड़ रुपये हो गया। सार्वजनिक क्षेत्र की बीएसएनएल और एमटीएनएल ने एजीआर में क्रमशः 4.41 प्रतिशत और 13.78 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
कुल मिलाकर, मार्च 2024 तिमाही में दूरसंचार सेवा प्रदाताओं का सकल राजस्व सालाना आधार पर 3.01 प्रतिशत बढ़कर 87,926 करोड़ रुपये पर पहुंच गया और समायोजित सकल राजस्व 9.25 प्रतिशत बढ़ गया। दूरसंचार नियामक के अनुसार, लाइसेंस शुल्क (एलएफ) और स्पेक्ट्रम उपयोग शुल्क (एसयूसी) के रूप में सेवा प्रदाताओं से सरकारी संग्रह सालाना आधार पर 10 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 6,506 करोड़ रुपये हो गया है।