By अंकित सिंह | Oct 29, 2024
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि वह समाज में विभाजन को बढ़ावा दे रही है और उसे बढ़ा रही है तथा हाशिए पर पड़े समूहों का समर्थन करने में विफल रही है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की टिप्पणियों के जवाब में सोरेन ने भाजपा नेताओं से सीमा सुरक्षा और बांग्लादेश से कथित घुसपैठ के संबंध में अपने प्रधानमंत्री के नेतृत्व और जवाबदेही पर सवाल उठाने का आह्वान किया।
हेमंत सोरेन ने कहा कि ध्यान रखिए कि ये लोग (बीजेपी) हिंदू-मुस्लिम के बीच तनाव पैदा करते हैं, भाई-भाई में झगड़े करवाते हैं, घर-घर में फूट डालते हैं। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि आज मैं इन बीजेपी नेताओं से पूछना चाहता हूं कि अपने प्रधानमंत्री से पूछिए। जब वो सत्ता में नहीं थे, तो किस किताब से राज चलाते थे? उन्होंने कहा था कि संविधान से देश चलना चाहिए और हिंदू-मुस्लिम के बीच दंगे होने के बाद बांग्लादेश से घुसपैठियों के लिए कौन जिम्मेदार है?
इसके बाद उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत अपने लोगों का है और सीमा पर नियंत्रण पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि जब हम बांग्लादेश की बात करते हैं, तो हमें पूछना पड़ता है कि सीमा पर किसका नियंत्रण है--यह केंद्र सरकार, बीएसएफ और राज्य सरकार के हाथ में है। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री को किन परिस्थितियों में अनुमति मिलती है? किस तरह की सरकार इसकी अनुमति देती है? हमें किसी से कोई प्रचार नहीं चाहिए। सोरेन ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि आज उनके पास किसानों, मजदूरों, गरीबों, बुजुर्गों, छात्रों या महिलाओं की मदद करने के लिए पैसा नहीं है, लेकिन उनके पास अपने अरबपति दोस्तों का कर्ज माफ करने के लिए पर्याप्त पैसा है।