By अनन्या मिश्रा | Nov 01, 2024
हर साल 15 नवंबर को झारखंड स्थापना दिवस मनाया जाता है। बता दें कि साल 2000 में इस राज्य की स्थापना हुई था। छोटानागपुर क्षेत्र को 15 नवंबर 2000 को बिहार के दक्षिणी हिस्से से अलग किया गया था और इसको झारखंड का नाम देकर एक अलग राज्य बनाया गया। इसके साथ ही यह राज्य देश का 28वां भारतीय राज्य बना। बहुत पहले से ही झारखंड राज्य के आदिवासी अपने लिए एक अलग राज्य की मांग कर रहे थे। क्योंकि देश की आजादी के बाद से ही आदिवासी समुदाय के लोगों को सामाजिक व आर्थिक लाभ बहुत कम मिला था।
देश का 15वां बड़ा राज्य
झारखंड में 24 जिले हैं और इस राज्य का कुल क्षेत्रफल करीब 79,716 वर्ग किलो मीटर है। क्षेत्रफल की दृष्टिकोण से यह देश का 15वां सबसे बड़ा राज्य है। झारखंड राज्य लौह अयस्क, तांबा अयस्क, यूरेनियम, ग्रेनाइट, चूना पत्थर, कोयला, अभ्रक, बॉक्साइट, चांदी और डोलोमाइट जैसे खनिज संसाधनों से समृद्ध है। यह एकमात्र ऐसा राज्य है जो कोकिंग कोल, यूरेनियम और पाइराइट का उत्पादन करता है।
राजनीतिक समीकरण
झारखंड के विकास की बात करें, तो इस राज्य में विकास की गति धीमी है। जिसका एक बड़ा कारण यहां की राजनीतिक अस्थिरता है। क्योंकि झारखंड में शुरूआत से ही सरकारों का आना-जाना लगा रहा है। इस राज्य में लगातार राजनीतिक प्रयोग हुए हैं। इस बीच जहां राज्य में एक निर्दलीय को मुख्यमंत्री के पद पर काबिज होना का अवसर मिला, तो वहीं राजनीतिक विरोधी भाजपा और झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी मिलकर सरकार चलाई है। 14 सालों बाद साल 2014 के आखिरी महीने में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार लगातार पांच साल तक राज्य में सरकार चली। वर्तमान समय में हेमंत सोरेन झारखंड के मुख्यमंत्री हैं और वह ह झारखंड के
झारखंड चुनाव
झारखंड की जनता के सामने एक बार फिर वह मौका आ गया है, जब वह राज्य की 81 विधानसभा सीटों के लिए विधायक और राज्य की सरकार का चुनाव करेंगे। राज्य में 81 विधानसभा सीटें हैं। जिनमें से 28 सीटें आदिवासियों के लिए आरक्षित हैं। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य के सभी राजनीतिक दलों ने एक से बढ़कर एक वाले और बड़े-बड़े दावे करने शुरूकर दिए हैं। ऐसे में अब यह जनता को तय करना है कि उन्हें किस पर ज्यादा भरोसा है। बता दें कि झारखंड में दो चरणों में 13 और 20 नवंबर को मतदान होने हैं। जिसके नतीजे 23 नवंबर को आएंगे।
राजनीतिक पार्टियां
महागठबंधन में झारखंड मुक्ति मोर्चा के अलावा कांग्रेस, राजद और वाम दल शामिल हैं। तो वहीं भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले एनडीए में आजसू, जेडीयू और एलजेपी शामिल हैं। राज्य में भाजपा, झामुमो, भाकपा माले, कांग्रेस, आजसू पार्टी सहित अन्य पार्टियां चुनावी रणनीति बनाने की तैयारी में है।