By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 03, 2020
पटना। जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि अहंकार और अनुभवहीनता का शिकार अगर कोई राजनेता हो जाए तो उसका बेड़ा गर्क होना निश्चित है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर यह बात बिल्कुल ही सटीक बैठती है। उनके अहंकार और अनुभवहीनता के कारण उनके साथी और उनके अपने दल के नेताओं का ही उनके नेतृत्व पर से विश्वास उठता जा रहा है। इसी के परिणाम स्वरूप हम पार्टी महागठबंधन छोड़ एनडीए में शामिल हो गई। इसी तरह कई अन्य छोटे दल भी लगातार उनके नेतृत्व पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
प्रसाद ने कहा कि लोकसभा चुनाव में जहां उन्होंने कांग्रेस को हैसियत में रखने के लिए छोटे दलों को तरजीह दी वही आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के दबाव में आकर उन्होंने छोटे दलों को किनारे करने का जो प्रयास किया ,उस पर छोटे दल लगातार अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं और तथाकथित महागठबंधन एक बड़े बिखराव की तरह बढ़ रहा है। यह तथ्य भी कम महत्वपूर्ण नहीं है कि कांग्रेस के अनुभवी नेताओं को भी तेजस्वी यादव पर भरोसा नहीं हो पा रहा है ,वहीं दूसरी तरफ जनता ने भी तेजस्वी यादव और तथाकथित महागठबंधन को आगामी चुनाव में करारी शिकस्त देने का निर्णय कर लिया है।