By अंकित सिंह | Sep 28, 2023
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सांसद मनोज झा ने हाल ही में विशेष संसद सत्र में महिला आरक्षण बिल पर बहस के दौरान राज्यसभा में एक कविता पढ़ी। कविता का विषय था 'ठाकुर का'। झा के कविता पाठ और टिप्पणियों ने अब उनकी ही पार्टी में तनाव को बढ़ा दिया है। विधायक चेतन आनंद ने उनके खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। राजद विधायक ने कहा कि किसी को भी 'टारगेट' या 'सॉफ्ट टारगेट' जैसी चीज नहीं बनानी चाहिए और ऐसा कुछ भी "बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा"। इस बीच, राजद के सहयोगी जद (यू) ने भी इस मामले पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
जद (यू) एमएलसी संजय सिंह ने झा से माफी मांगने और उन्हें भविष्य में ऐसा कुछ दोहराने पर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि यह निंदनीय है। ठाकुरों को गाली मत दीजिए झा जी। ठाकुर वो आग है जो भड़केगी तो कोई बुझा नहीं पाएगा। नीतीश कुमार जी सभी जाति और धर्म के लोगों को साथ लेकर काम करते हैं। ऐसे अशोभनीय बयान न दें। क्षमा माँगे। संजय सिंह ने साफ तौर पर कहा कि जिस प्रकार का बयान उन्होंने दिया है वे निंदा के पात्र हैं...मैं चेतावनी देता हूं अगर वे इस प्रकार के बयान देंगे तो ईंट का जवाब पत्थर से दिया जाएगा। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि हम लोगों ने कभी भगवान से नहीं कहा कि क्षत्रिय समाज में जन्म दें, लेकिन क्षत्रिय कुल में जन्म ले लिए हैं। हम राम के वंशज हैं। रावण इतना बड़ा विद्वान था फिर भी उसे किसने मारा? उसके घमंड ने मारा। हम अपने स्वाभिमान से कभी समझौता नहीं करते हैं।
दरअसल, मनोज झा ने ओमप्रकाश वाल्मीकि की कविता को सुनाया जिसमें ठाकुरों का जिक्र था और अंदर के ठाकुर को मारने की अपील की थी। अब इसी को लेकर बाहुबली नेता आनंद मोहन समेत उनके बेटे चेतन आनंद ने मनोज झा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। चेतन आनंद ने तो साफ तौर पर कहा कि ठाकुर समाज सभी को साथ लेकर चलता है और समाजवाद में किसी एक जाति को टारगेट करना दोगलापन है। ऐसे बयानों को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जब मनोज झा राज्यसभा में बोल रहे थे तो उन्होंने अपनी कविता के जरिए ठाकुर समाज को टारगेट करने की कोशिश की गई। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव के रजत को A टू Z की पार्टी बनाने के कदम को यह बड़ा झटका है। चेतन आनंद ने कहा कि मनोज झा ने ब्राह्मणों के खिलाफ किसी कविता का इस्तेमाल नहीं किया क्योंकि वह खुद ब्राह्मण है। हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।