By अनुराग गुप्ता | Sep 02, 2019
पटना। बिहार में साल 2015 में हुए विधानसभा चुनाव से पहले जेडीयू ने नारा दिया था कि बिहार में बहार है नीतीशे कुमार है। इस नारे के साथ जेडीयू ने अपना चुनावी कैंपेन चलाया था और नीतीश कुमार जीतकर मुख्यमंत्री बने थे। आपको बता दें कि इस नारे को गढ़ने में जेडीयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने अपना दिमाग खपाया था हालांकि उस वक्त प्रशांत किशोर जेडीयू में शामिल नहीं हुए थे।
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ठीक 2015 विधानसभा की तर्ज पर जेडीयू ने एक नया नारा दिया है। इस बार जेडीयू ने चुनावी पोस्टर में लिखा कि क्यूँ करें विचार, ठीके तो है नीतीश कुमार... तीन बार से लगातार मुख्यमंत्री बन रहे नीतीश कुमार से सामने इस बार परिस्थितियां 2015 के मुकाबले बिल्कुल उलट हैं। पिछला चुनाव नीतीश कुमार ने आरजेडी, जेडीयू और कांग्रेस के बीच हुए गठबंधन के बैनर तले लड़ा था लेकिन अब जेडीयू का गठबंधन भाजपा के साथ है। ऐसे में देखना यह दिलचस्प होगा कि क्यूँ करें विचार, ठीके तो है नीतीश कुमार का नारा कितना सफल होता है।
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जेडीयू ने पटना मुख्यालय में इस नए नारे के साथ पोस्टर लगवा दिए हैं। जिससे यह तो स्पष्ट हो गया है कि मुख्यमंत्री पद के लिए उम्मीदवार तो नीतीश कुमार होंगे।
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