By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 24, 2020
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) ने राज्य विधान परिषद की नौ रिक्त सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की मंगलवार को घोषणा कर दी। पार्टी इनमें से तीन सीटों पर चुनाव लड़ रही है। 75 सदस्यीय बिहार विधान परिषद के नौ सदस्यों का कार्यकाल मई महीने में पूरा होने पर खाली हुई इन सीटों में छह सीटें जदयू के पास थीं। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा, “पार्टी ने मुख्यमंत्री और हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष को इसके लिए अधिकृत किया था। उन्होंने गुलाम गौस, कुमुद वर्मा और भीष्म सहनी के नाम को मंजूरी दी है।’’ पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और दिवंगत राजद नेता गुलाम सरवर के रिश्तेदार गौस ने 2014 में लालू प्रसाद की पार्टी छोड़ दी थी और जदयू में शामिल हो गए थे।
गौस की उम्मीदवारी को जदयू नेता हारून रशीद जो कि अपने कार्यकाल की समाप्ति तक परिषद के कार्यवाहक सभापति रहे थे, को दूसरे कार्यकाल के लिए नहीं दोहराए जाने और उनके स्थान की भरपायी के तौर पर देखा जा रहा है। कुमुद वर्मा जहानाबाद में एक राजनीतिक परिवार से हैं और विशेषज्ञों का मानना है कि उनकी उम्मीदवारी पार्टी द्वारा कुछ महीनों में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले महिला हितैषी होने की छवि पेश करने का एक प्रयास है। सहनी बहुत लोकप्रिय नहीं हैं, उनके बारे में सिर्फ इतनी जानकारी है कि वह पूर्वी चंपारण जिले के जमीनी स्तर के एक ईबीसी कार्यकर्ता हैं। पार्टी सूत्रों ने कहा कि राज्य मंत्री अशोक चौधरी जो 2018 में कांग्रेस छोड़ने के बाद जदयू में शामिल हो गये थे, को राज्य सरकार की सिफारिश पर राज्यपाल द्वारा नामित सदस्य के रूप में समायोजित किया जा सकता है। जदयू की सहयोगी भाजपा, जो दो सीटों पर चुनाव लड़ेगी, अभी अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। भाजपा के सूत्रों ने कहा कि यह लगभग तय है कि पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया सह-संयोजक संजय मयूख को एक और कार्यकाल के लिए विचार किया जाएगा, हालांकि दूसरे उम्मीदवार को लेकर फैसला अभी बाकी है। बिहार विधान परिषद की नौ सीटों का द्विवार्षिक चुनाव के लिए आगामी 09 जुलाई को मतदान होना है तथा नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तारीख 25 जून है।