By अंकित सिंह | Jan 10, 2025
दिल्ली में जारी पूर्वांचलियों को लेकर राजनीति में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी भी सामने आ गई है। नीतीश की पार्टी ने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने कहा कि केजरीवाल ने चुनाव आयोग के दफ्तर के सामने जो बयान दिया है, उससे उनकी हताशा स्पष्ट हो रही है। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि उन्हें अपनी हार का आभास हो गया है। दिल्ली देश की राजधानी है, किसी की जागीर नहीं।
जदयू नेता ने कहा कि बिहार और यूपी के लोग यहां अपने सम्मान के साथ रहते हैं और केजरीवाल जी उनके सम्मान को ठेस पहुंचाने का काम कर रहे हैं। इस चुनाव में उनका यह रवैया उन्हें भारी पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में केजरीवाल जी ने जिस तरह से बिहार और यूपी के लोगों को बॉर्डर पार कर छोड़ा था, वह उनकी नीयत पर सवाल खड़े करता है। अब हाल ही में उनके द्वारा दिए गए बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि उनका पूर्वांचल के लोगों से कोई सरोकार नहीं है। उनकी राजनीति में दोहरे मापदंड दिखाई देते हैं- एक जनता को दिखाने के लिए और दूसरा अपने हित साधने के लिए। उनका मुख्य उद्देश्य सत्ता में बने रहना और उसका लाभ उठाना प्रतीत होता है। जनता उनके इस दोहरे चरित्र को पहचान चुकी है और इसका असर चुनाव में जरूर दिखेगा।
बिहार के मंत्री और जदयू नेता अशोक चौधरी ने कहा कि बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों के प्रति अरविंद केजरीवाल का रवैया शुरू से ही अच्छा नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोग हमेशा बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों पर तल्ख टिप्पणी करते हैं जो गलत है। पूरे भारत में हम कहीं भी जा सकते हैं, कहीं भी रह सकते हैं और कहीं भी काम कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले पांच साल का रिकॉर्ड देखें तो भारत में सबसे ज्यादा इंजीनियर बिहार से हैं, कई आईएएस बिहार से हैं और डॉक्टर भी बिहार से हैं। अरविंद केजरीवाल बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों की हताशा से पीड़ित हैं।